ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल (एमएसआरडीसी) ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के विस्तार का प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत एक्सप्रेसवे पर घाट सेक्शन को छोड़कर पूरे हाईवे का विस्तार किया जाएगा। इसकी छह लेन की सड़क को आठ लेन में परिवर्तित किया जाएगा। एमएसआरडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार 94 किमी. लंबे एक्सप्रेसवे पर 77 किमी. के मार्ग का विस्तार किया जाएगा। मुंबई-पुणे की दूरी कम करने के लिए एक्सप्रेसवे के घाट सेक्शन पर मिसिंग लिंक प्रोजेक्ट चल रहा है। इस प्रोजेक्ट के चलते घाट सेक्शन में यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग की सुविधा उपलब्ध होगी। एक्सप्रेसवे के विस्तार का प्रस्ताव मंजूरी के लिए राज्य सरकार के पास भेजा गया है।
बता दें कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे की टोल अवधि 2025 में समाप्त होने वाली है। हाईवे के विस्तार पर करीब 5,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। एक्सप्रेसवे के विस्तार पर होने वाले खर्च की वसूली के लिए टोल की अवधि 10 से 15 वर्ष तक बढ़ाई जा सकती है।
– घाट सेक्शन पर मिसिंग लिंक प्रोजेक्ट पर काम जारी
2022 में निर्माण हुआ
2022 में 94.5 किमी लंबे हाईवे का निर्माण हुआ था। इससे केवल तीन से चार घंटे में ही मुंबई-पुणे का सफर पूरा हो पा रहा है। हाईवे से रोजाना 1.55 लाख वाहनों की आवाजाही होती है।
अंतिम चरण में है मिसिंग लिंक
एक्सप्रेसवे की दूरी कम करने के लिए खोपोली एग्जिट के करीब वैकल्पिक मार्ग तैयार हो रहा है। मिसिंग लिंक प्रोजेक्ट के पूरा होने से राज्य के दो बड़े शहरों की दूरी 6 किमी तक घट जाएगी। इससे यात्रियों का करीब 20 मिनट का समय बचेगा। मौजूदा समय में हाईवे पर खोपोली एक्जिट से सिंहगड इंस्टिट्यूट के बीच की दूरी 19 किमी है। मिसिंग लिंक के बन जाने के बाद यह घट कर 13.3 किमी रह जाएगी। इस मार्ग पर एमएसआरडीसी दो टनल, 2 वाया डेक और 8 लेन का मार्ग तैयार कर रही है। मिसिंग लिंक को खोपोली में एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करने के लिए स्लिप रोड तैयार करने का काम पूरा कर लिया गया है।
ट्रैफिक जाम से मुक्ति की कवायद
बीते कुछ वर्षों में मुंबई-पुणे शहरों की आबादी में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। साथ ही इस हाईवे से गुजरने वाले वाहनों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण देश के पहले कन्क्रीट वाले इस हाईवे पर आए दिन ट्रैफिक जाम होने लगा है। वहीं, छुट्टियों के दिन कई किमी तक वाहनों की कतार लग जाती है। अटल सेतु को सीधे एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करने के लिए कनेक्टर का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने वाला है।