ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई । महानगर में विगत दो रातों से अच्छी बारिश हो रही है। कई हिस्सों में तो जमकर बारिश हुई। 24 घंटे के भीतर कई क्षेत्रों में 150 एमएम से अधिक बारिश भी दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मुंबई में पूरे सप्ताह मॉडरेट बारिश होने का अनुमान है। मुंबई में 9 जून को ही मॉनसून के आगमन की घोषणा मौसम विभाग ने कर दी थी। विगत दो दिनों में इतनी बारिश हुई कि कई जगहों पर जल-जमाव हो गया। मौसम पर नजर रखने वाली निजी संस्था वेगरीज के अनुसार सबसे अधिक पूर्वी उपनगर के विक्रोली में 157 एमएम बारिश दर्ज़ की गई है। इसके अलावा भायखला में 152 एमएम, पवई में 145 एमएम, दादर में 143 एमएम, मस्जिद बंदर में 103 एमएम और बांद्रा में 100 एमएम बारिश दर्ज़ की गई है। बीएमसी से मिले आंकड़ों के अनुसार शहर में औसतन 99.11 एमएम, पूर्वी उपनगर में 61.29 एमएम और पश्चिमी उपनगर में 73.78 एमएम बारिश हुई है। क्षेत्रीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि मुंबई में पश्चिमी हवाएं सक्रिय हो गई हैं। जैसे-जैसे हवाएं प्रबल होंगी, मॉनसून और भी एक्टिव होगा।
अगले हफ्ते से और अच्छी बारिश
मौसम विशेषज्ञ राजेश कपाड़िया ने बताया कि मंगलवार-बुधवार से पश्चिमी हवाएं और सक्रिय होंगी। इस बीच मुंबई को ठीक-ठाक बारिश मिलेगी, लेकिन 17 और 18 जून से बारिश की तीव्रता बढ़ेगी।
ठंडा हुआ वातावरण
अच्छी बारिश गिरने से मुंबई का वातावरण कूल हो गया है। मुंबई का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज़ किया गया। हालांकि, ह्यूमिडिटी का स्तर दिन में 78 प्रतिशत और रात में 94 प्रतिशत दर्ज किया गया।
धरे रह गए प्रबंध
इस मॉनसून की पहली बारिश ने ही मुंबई में बीएमसी के दावों की पोल खोल दी। लगातार दो दिन की बारिश में जगह-जगह जल-जमाव हो गया, जबकि बीएमसी ने मॉनसून पूर्व तैयारियों में दावा किया था कि बारिश में जल-जमाव नहीं होगा। देर रात की बारिश से विक्रोली में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे डिजास्टर कंट्रोल रूम को एस वॉर्ड की टीम मौके पर भेजनी पड़ी। वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई और कई इलाकों में लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा।
इन इलाकों से आईं शिकायतें
मुंबई डिजास्टर कंट्रोल रूम के अनुसार अचानक करीब 70 एमएम बारिश एवं समुद्र में हाईटाइड के चलते कई इलाकों में जल-जमाव हो गया। जिन जगहों पर जल-जमाव हुआ, उनमें विक्रोली, साकीनाका, मुलुंड, भांडुप, विद्याविहार शामिल हैं। पश्चिम उपनगर में अंधेरी वेस्ट, बांद्रा वेस्ट, विलेपार्ले, मालाड और दहिसर चेक नाका में जल-जमाव हुआ। हालांकि, जल-जमाव की शिकायत मिलते ही बीएमसी का संबंधित विभाग एक्शन में आया और पानी निकालने की कवायद शुरू की।
शॉर्टसर्किट, पेड़ व घर गिरने की घटनाएं
बारिश की वजह से मुंबई में शॉर्टसर्किट, पेड़ गिरने, घर गिरने की भी घटनाएं हुईं। मुंबई में शार्ट सर्किट के कुल 36 कॉल्स बीएमसी को आए। इनमें शहर में 24, पूर्व उपनगर में 6 एवं पश्चिम उपनगर में 6 घटना शार्ट सर्किट की सामने आई। पेड़ गिरने की 57 शिकायतें डिजास्टर कंट्रोल रूम को मिलीं। इनमें मुंबई सिटी में 17, पूर्व उपनगर में 7 और पश्चिम उपनगर में 27 पेड़ एवं डाली गिरने की शिकायतें शामिल हैं। बीएमसी कंट्रोल रूम के अनुसार घर या दीवार गिरने के 6 कॉल्स मिले, जिनमें मुंबई सिटी में 2, पूर्व उपनगर में 2 और पश्चिम उपनगर में 2 घटना शामिल है।
दावे फेल होने पर क्या है बीएमसी का तर्क?
जल-जमाव पर बीएमसी अधिकारियों का तर्क है कि मुंबई का ड्रेनेज सिस्टम एक घंटे में अधिकतम 50 मिमी बारिश संभाल सकता है। लेकिन, एक ही रात में 70 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया। हालांकि, बीएमसी की टीम ने तत्परता दिखाते हुए जल-जमाव वाली जगहों पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया और पानी जल्द ही निकाल दिया गया।
इसका फायदा बारिश के दौरान मिलने की उम्मीद है। बता दें कि 100 साल से अधिक पुराने मुंबई के ड्रेनेज सिस्टम को मौजूदा जरूरतों के हिसाब से बनाने में बीएमसी नाकाम रही है। जबकि हर साल सैकड़ों करोड़ रुपये ड्रेनेज लाइन सुधारने पर खर्च किए जाते हैं।
इन क्षेत्रों में हुई इतनी बारिश
मुंबई शहर : मरीन लाइंस 97 एमएम, ग्रांट रोड 87 एमएम, कोलाबा 53 एमएम, माटुंगा 90 एमएम बारिश हुई।
पश्चिमी उपनगर : दहिसर 92 एमएम, बोरीवली 74 एमएम, वर्सोवा 79 एमएम, अंधेरी 69 एमएम, विलेपार्ले 52 एमएम।
पूर्वी उपनगर : मुलुंड 66 एमएम, देवनार 65 एमएम बारिश दर्ज़ की गई।
एमएमआर रीजन : मीरा रोड 89 एमएम, भायंदर 54 एमएम, ठाणे 68 एमएम, डोंबिवली 35, मुंब्रा 30, ऐरोली 30 एमएम, वाशी 35 एमएम, बेलापुर 48 एमएम, पनवेल 64 एमएम, कल्याण 22 एमएम, बदलापुर 39 एमएम।