नई दिल्ली। जी20 लीडर्स घोषणापत्र में यूक्रेन युद्ध समेत कई बड़े मुद्दों पर बातें की गई ं। जी20 लीडर्स घोषणापत्र पर सभी देशों की सहमति हो गई जिसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। सम्मेलन के पहले दिन का पहला सत्र वन अर्थ और दूसरा सत्र वन फैमिली पर आधारित रहा। आइए जानते हैं कि घोषणापत्र में क्या बातें अहम रहीं।
जी20 समूह ने कहा कि मजबूत, दीर्घकालिक, संतुलित और समावेशी विकास में तेजी लाने के लिए काम किया जाएगा और सतत विकास के लिए 2030 के एजेंडे को लागू करने की दिशा में काम होगा।
हम शांति के लिए सभी धर्मों की प्रतिबद्धता को स्वीकार करते हैं और नस्लवाद और असहिष्णुता के अन्य रूपों समेत आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हैं।
नई दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणापत्र में कहा गया कि हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी पीछे न छूटे। हम 2030 एजेंडा के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए भारतीय प्रयासों की सराहना करते हैं।
घोषणापत्र में रूस के विदेश मंत्री की मौजूदगी के बावजूद यूक्रेन युद्ध का जिक्र हुआ। रूस और उसके समर्थक देशों की मौजूदगी में यूक्रेन युद्ध की निंदा की गई। पश्चिमी देशों और रूस के बीच भारत ने मध्यस्थता की जो कोई नहीं कर पाया।
हम संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव ए/आरईएस /77/318, विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता, संवाद और सहिष्णुता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने की इसकी प्रतिबद्धता पर ध्यान देते हैं।
हम विकसित देशों से अपनी संबंधित प्रतिबद्धताओं को समग्र रूप से पूरा करने का आह्वान करते हैं।
घोषणापत्र में आगे कहा गया कि हम महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को प्रोत्साहित करते हैं और वैश्विक चुनौतियों से निपटने और समाज के सभी क्षेत्रों के रूप में योगदान देने के लिए निर्णय निर्माताओं के रूप में महिलाओं की पूर्ण, समान, प्रभावी और सार्थक भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
घोषणापत्र में आगे कहा गया कि हम भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान स्टार्ट-अप 20 एंगेजमेंट ग्रुप की स्थापना और इसके जारी रहने का स्वागत करते हैं।
हम डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के माध्यम से वित्तीय समावेशन और उत्पादकता लाभ को आगे बढ़ाने के लिए स्वैच्छिक और गैर-बाध्यकारी जी-20 नीति सिफारिशों का समर्थन करते हैं।
इसके साथ ही नई दिल्ली घोषणापत्र में निजी व्यवसाय को लेकर कहा गया कि हम सतत विकास को गति देने और आर्थिक परिवर्तन को आगे बढ़ाने में निजी उद्यम की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हैं।
नई दिल्ली घोषणापत्र इन चीजों पर केंद्रित है।
– मजबूत, दीर्घकालिक, संतुलित और समावेशी विकास
– सतत विकास लक्ष्यों पर आगे बढ़ने में तेजी
– दीर्घकालिक भविष्य के लिए हरित विकास समझौता
– 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थाएं
– बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करना