ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। मुंबई से नागपुर के बीच बन रहा समृद्धि महामार्ग यात्रियों का सफर आसान बनाने के साथ ही अब क्रिकेट खिलाड़ी तैयार करने में भी मददगार होगा। जी हां, प्रॉजेक्ट तैयार करने के बाद महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने बच रही अतिरिक्त जमीन पर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम और कोचिंग सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। यहां नए खिलाड़ियों को तैयार करने और उन्हें प्रैक्टिस कराने के अलावा आवश्यकता अनुसार मैच भी आयोजित किए जाएंगे।
महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने भी रुचि दिखाई
एमएसआरडीसी की इस योजना को पूरा करने में महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने भी रुचि दिखाई है।
एमएसआरडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ठाणे जिले के भिवंडी स्थित अमने तहसील में क्रिकेट स्टेडियम बनाने की योजना है। यहां 50 एकड़ परिसर में स्टेडियम के साथ-साथ नए खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए कोचिंग सेंटर भी होगा। स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए निगम की 50 एकड़ जमीन देने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।
ट्रस्ट 5 जनवरी तक एमएसआरडीसी से करे संपर्क
हालांकि, केवल रजिस्टर्ड पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट को ही यह जमीन दी जाएगी। जमीन का मालिकाना हक एमएसआरडीसी के पास ही रहेगा। खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए 99 वर्ष के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी। स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए भिवंडी की 50 एकड़ जमीन प्राप्त करने के लिए कोई भी ट्रस्ट 5 जनवरी तक एमएसआरडीसी से संपर्क कर सकता है।
कनेक्टिविटी होगी बेहतर
यह एक्सप्रेसवे आसपास के 14 अन्य जिलों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस प्रकार यह विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के क्षेत्रों सहित राज्य के लगभग 24 जिलों के विकास में मदद करेगा।
कई पर्यटन स्थलों को जोड़ेगा यह महामार्ग
‘समृद्धि महामार्ग’ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट और अजंता एलोरा की गुफाओं, शिरडी, वेरूल, लोनार आदि पर्यटन स्थलों से जुड़ेगा। मुंबई से नागपुर की दूरी कम करने के लिए बन रहे समृद्धि महामार्ग से सफर करने के लिए मुंबईकरों को अभी इंतजार करना होगा। 701 किमी लंबा हाईवे अगले वर्ष तक पूरी तरह से खुलने की उम्मीद है।
10 घंटे का सफर 5 घंटे में होगा पूरा
एमएसआरडीसी के अनुसार, पहले फेज के तहत नागपुर से शिरडी के बीच बने 520 किमी के हाईवे को वाहनों के लिए खोला जाएगा। यह मार्ग खुल जाने से नागपुर से शिरडी का सफर 10 घंटे की बजाय 5 घंटे में पूरा करना संभव होगा।
85 फीसदी काम हुआ पूरा
701 किमी लंबे हाईवे का करीब 85 फीसदी सिविल वर्क पूरा हो चुका है। सरकार ने नागपुर से मुंबई के बीच बने महामार्ग को तीन चरणों में खोलने की तैयारी की है। पहले चरण के तहत नागपुर से शिरडी और दूसरे चरण में 623 किमी हाईवे नागपुर से इगतपुरी तक का होगा। अंत में पूरे 701 किमी लंबा हाईवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।
देश का सबसे हाईटेक हाईवे
देश के सबसे हाईटेक हाईव के पूरी तरह से तैयार हो जाने पर मुंबई से नागपुर केवल 8 घंटे में पहुंचना संभव होगा। मौजूदा समय में यह सफर पूरा करने में 13 से 15 घंटे लगते हैं।
300 से अधिक छोटे-बड़े पुल
मुंबई के सबसे बड़े महामार्ग पर 300 से अधिक छोटे-बड़े पुल होंगे। मार्ग में 240 छोटे पुल, 54 फ्लाईओवर और 28 बड़े पुल तैयार हो रहे हैं। यह हाईव राज्य के 10 जिलों से हो कर गुजरेगा।
इलेक्टि्रक वाहनों के लिए चार्जिंग व्यवस्था
हाईवे पर इलेक्टि्रक वाहनों का भी पूरा खयाल रखा जाएगा। हर 40 से 50 किमी पर हाईव के दोनों तरफ चार्जिंग की व्यवस्था होगी। यह देश का पहला हाईव है, जिसके दोनों तरफ सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जा रहा है।
701 किमी लंबा है यह महामार्ग कैसे बना प्लान
समृद्धि महामार्ग के तहत 701 किमी लंबा हाईव तैयार किया जा रहा है। देश के सबसे हाइटेक हाईव और उसके करीब औद्योगिक केंद्र का निर्माण करने के लिए प्रशासन की तरफ से हाईवे के आसपास की जमीनें अधिग्रहित की गई थीं। इसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है।