डॉ. सीमा द्विवेदी
नई दिल्ली। जी20 में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा है कि महामारी की स्थिति में स्वास्थ्य आपूर्ति श्रृंखला के कारगर ढंग से काम करने के लिए सशक्त राजनीतिक इच्छाशक्ति और निवेश का होना जरूरी है। महामारी से मुकाबले के लिए एक मजबूत वैश्विक व्यवस्था बनाए जाने की आवश्यकता है। भारत जी20 अध्यक्ष के नाते ऐसी वैश्विक व्यवस्था बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रहा है।
कांत ने ‘भारत-अमेरिका बायोफार्मा हेल्थ समिट’ में एक परिचर्चा में शिरकत करते हुए कहा कि अलग-अलग इलाकों में औषधि विनिर्माण के भौगोलिक विविधीकरण की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने दवाओं के भंडारण में सुधार और बेहतर प्रबंधन पर भी बल दिया। नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कांत ने स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों को साझा करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक मंच की जरूरत बताते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान इसका अभाव देखा गया था। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बीच सूचनाओं को साझा करने के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान साझेदारियों और राष्ट्रीय प्रयासों से आपूर्ति श्रृंखला संबंधी खामियों की गंभीरता को काफी हद तक कम कर दिया गया था।
कांत ने अमेरिकी दवा उद्योग को संबोधित करते हुए कहा, हमें विशेष स्थिति व परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए सशक्त राजनीतिक इच्छाशक्ति और निवेश की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जी20 समूह का अध्यक्ष रहते समय भारत भावी महामारियों से निपटने के लिए वैश्विक व्यवस्था बनाने की दिशा में ठोस प्रयास कर रहा है। बहुत जल्द भविष्य की तस्वीर सामने अाएगी।