डॉ. सीमा द्विवेदी
पणजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत ने अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है। भारत हरित विकास और ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास कर रहा है। भारत में हम वैकल्पिक ऊर्जा के लिए हरित हाइड्रोजन पर मिशन स्तर पर काम कर रहे हैं और इसका उद्देश्य भारत को हाइड्रोजन का दुनिया भर में केंद्र बिंदु बनाना और इसका निर्यात करना है।
गोवा में जी-20 देशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि देश की योजना 2030 तक गैर- जीवाश्म स्रोत से 50 प्रतिशत बिजली पैदा करने की क्षमता हासिल करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश मजबूती के साथ अपनी जलवायु प्राथमिकताओं को पूरा करने की दिशा में बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अंतर देशीय ग्रिड और एक दूसरे से संपर्क की जरूरत पर जोर दिया।
नौ साल पहले ही हासिल किया।
पीएम मोदी ने कहा, भारत सबसे अधिक आबादी वाला देश और सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। फिर भी हम अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने गैर-जीवाश्म आधारित विद्युत क्षमता लक्ष्य नौ साल पहले ही हासिल कर लिया।
जी-20 देशों पर टिकी निगाहें
उन्होंने कहा कि दुनिया उन्नत, टिकाऊ, किफायती, समावेशी और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए जी-20 देशों की तरफ देख रही है। मोदी ने कहा कि ऐसा करते समय यह महत्वपूर्ण है कि ‘ग्लोबल साउथ (दक्षिणी गोलार्ध के विकासशील देश) में हमारे भाई-बहन पीछे न रहें। हमें विकासशील देशों के लिए कम लागत वाली वित्तीय सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने भविष्य में ईंधन के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया।
पाइप से गैस उपलब्धता
मोदी ने कहा कि भारत में 19 करोड़ परिवारों को गत नौ साल में एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं। हमने सभी गांवों तक बिजली पहुंचाकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। हम पाइप से खाना पकाने की गैस उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं। इसमें अगले कुछ सालों में देश की 90 प्रतिशत आबादी को सुविधा पहुंचाने की क्षमता है।
अंतरदेशीय ग्रिड पर जोर
प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि अंतर देशीय ग्रिड और दूसरे देशों से बिजली के कनेक्शन से ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे देशों से जुड़े हरित ग्रिड के दृष्टिकोण को साकार करना परिवर्तनकारी हो सकता है। यह हमें जलवायु लक्ष्य को हासिल करने, हरित निवेश को गति देने और लाखों हरित रोजगार पैदा करने में समक्ष बनाएगा। प्रधानमंत्री ने हरित ग्रिड पहल ‘एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड से जुड़ने की अपील की।
एलईडी से बड़ी बचत
प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे कदम से बड़े नतीजे आते हैं। वर्ष 2015 में एलईडी बल्ब इस्तेमाल करने की योजना की शुरुआत की थी। यह दुनिया का सबसे बड़ा एलईडी बल्ब वितरण कार्यक्रम बन गया और इससे हर साल 45 अरब यूनिट बिजली की बचत होती है।
दुनिया की सबसे बड़ी योजना शुरू
प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि भारत ने कृषि के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप स्थापित करने की दुनिया की सबसे बड़ी योजना शुरू की है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार बढ़कर वर्ष 2030 तक सालाना 10 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। भारत इस साल से 20 प्रतिशत एथनॉल मिले पेट्रोल की बिक्री शुरू करेगा और वर्ष 2025 तक यह पूरे देश में मिलने लगेगा।