ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (एचडीएफसी) और एचडीएफसी बैंक मर्ज हो गए हैं। दोनों कंपनियों के बोर्ड ने मीटिंग कर इस मर्जर को आखिरी मंजूरी दे दी। इसके साथ ही देश की पहली होम फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी का अस्तित्व खत्म हो गया है। एचडीएफसी बैंक ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत के नंबर वन प्राइवेट सेक्टर बैंक और भारत की नंबर वन होम लोन कंपनी के मर्जर के साथ हम दुनिया के लीडिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन में शामिल हो गए हैं। इस अवसर पर हम उन लोगों की सेवा करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करते हैं, जिन्होंने इस मील के पत्थर को संभव बनाया है। एचडीएफसी अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है।
4 अप्रैल 2022 को मर्जर की हुई थी घोषणा
दोनों ने 4 अप्रैल 2022 को मर्जर की घोषणा की थी। मर्जर का मकसद एचडीएफसी बैंक की ज्यादा से ज्यादा ब्रांचेज में हाउसिंग लोन उपलब्ध कराना है। उधर, मर्जर से पहले एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन और सीईओ मिस्त्री ने बताया था कि एचडीएफसी के शेयर की डीलिस्टिंग 13 जुलाई से इफेक्टिव हो जाएगी। यानी इस तारीख से हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज से हट जाएंगे। संयुक्त कंपनी के शेयर 17 जुलाई से ट्रेड होंगे।
मर्जर का असर
■ निवेशकों को एचडीएफसी के 25 शेयर्स के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर्स दिए जाएंगे।
■ मर्जर का दोनों कंपनियों के कर्मचारियों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। मर्जर से पहले ग्रुप के चेयरमैन ने कहा था कि कंपनी में कर्मचारियों की कटौती नहीं होगी।
■ सभी एचडीएफसी बैंक की ब्रांच में मिलेंगी एचडीएफसी की सेवाएं
अगर किसी कस्टमर ने एचडीएफसी से लोन लिया है तो वह अब एचडीएफसी बैंक का कस्टमर बन गया है।
■ पहले की तरह बैंकिंग कस्टमर्स को मिलती रहेंगी सुविधाएं। उनमें
किसी भी तरह का बदलाव नहीं दिखेगा।
क्यों हुआ मर्जर
कंपनी के अनुसार सरकारी बैंकों और न्यू-एज फिनटेक कंपनियों से बढ़ते कम्पीटीशन के बीच इस मर्जर की जरूरत पहले से महसूस की जा रही थी। मैनेजमेंट ने इस बात पर दांव लगाया है कि विलय से बनने वाली सिंगल यूनिट की बैलेंस शीट बहुत बड़ी होगी, जिससे बाजार में होड़ करने का दमखम बढ़ेगा। यह विलय एचडीएफसी लिमिटेड के लिए ज्यादा प्रॉफिटेबल हो सकता है, क्योंकि इसका बिजनेस कम प्रॉफिटेबल है। बैंक के लिहाज से देखें तो इस विलय से यह अपना लोन पोर्टफोलियो मजबूत कर सकेगा। यह ज्यादा लोगों को अपने प्रॉडक्ट्स ऑफर कर सकेगा।




















