नई दिल्ली। भारत सरकार की तरफ से यूपीआई को लेकर नए प्लान बनाए जा रहे हैं। देश का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) सिस्टम फिनटेक स्टार्टअप पर फोकस करने पर विचार कर रहा है। पिछले कुछ सालों में बहुत सारे एप्स की भारत में एंट्री हुई है और अब यूपीआई इकोसिस्टम को एक नई दिशा देने पर जोर दिया जा रहा है।
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने क्रेड, फ्लिपकार्ट, फैमपे और अमेजन पे जैसे एप्स के एग्जीक्यूटिव से मिलने का प्लान बनाया है। अभी देश में गूगल पे और फोन पे एप का एक तरफा राज है लेकिन अब फोकस अन्य एप्स पर भी शिफ्ट करने पर विचार किया जा रहा है। अन्य कंपनियों का देश में मार्केट शेयर बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
86 प्रतिशत मार्केट शेयर
गूगल और फोन पे का करीब 86 प्रतिशत मार्केट शेयर है। यानी ज्यादातर यूजर्स इन एप्स का ही यूज करते हैं। जबकि पेटीएम का मार्केट शेयर भी अचानक कम हुआ है। 2023 के अंत तक पेटीएम का मार्केट शेयर 13 प्रतिशत था जो अब कम होकर 9.1 प्रतिशत हो गया है। हालांकि इसके पीछे बड़ी वजह आरबीआई का फैसला भी है लेकिन एनपीसीआई चाहता है कि अन्य एप्स का शेयर भी इस मार्केट में बढ़ना चाहिए।
मार्केट शेयर बढ़ाने के लिए हो रहे फैसले
रिपोर्ट की मानें तो एनपीसीआई की तरफ से विचार किया जा रहा है कि आखिर अन्य कंपनियां मार्केट में कैसे शेयर बढ़ा सकती हैं, इसके लिए उन्हें छूट भी दी जा सकती है। इसकी मदद से वह ये अन्य यूजर्स को भी दे सकती हैं। इससे यूजर्स का रुझान भी इसमें ज्यादा होगा। हालांकि अभी देखना होगा कि आखिर ये एप्स कैसे यूपीआई पेमेंट को बढ़ावा देते हैं और यूजर्स को अपने साथ जोड़ते हैं।