ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। नीट छात्रों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश के 13 नए मेडिकल कॉलेजों की मान्यता को जल्द हरी झंडी मिल सकती है। इन कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) में अपील कर दी गई है। यह अपील एनएमसी एक्ट-19 की धारा 28 (5) के तहत की है। एनएमसी ने इस अपील पर सुनवाई की। अपील में स्टाफ के मानक पूरे करने की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई है।
बता दें कि सितंबर 2023 में प्रदेश के 13 जिलों क्रमशः बुलंदशहर, औरैया, सोनभद्र, ललितपुर, चंदौली, सुल्तानपुर, गोंडा, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, कानपुर देहात, कौशांबी, बिजनौर एवं पीलीभीत के नये मेडिकल कॉलेजों ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 100 एमबीबीएस सीटों के लिए एनएमसी में एलओपी (लैटर आफ परमिशन) के लिए आवेदन किया था।
निरीक्षण शुरू किया गया
इसके बाद एनएमसी द्वारा सभी नये मेडिकल कॉलेज में एलओपी के लिए निरीक्षण शुरू किया गया, जिसे 24 जून को समाप्त किया गया था। इसके बाद एनएमसी ने 4 जुलाई को उक्त कॉलेजों में 100 एमबीबीएस प्रवेश क्षमता के लिए अनुमति प्रदान न करते हुए लेटर ऑफ डिसअप्रूवल कर जारी किया था। इसी क्रम में मेडिकल कॉलेज द्वारा शैक्षणिक सत्र शुरू करने के लिए एनएमसी के समक्ष अपील की गई है।
अपील में पैरवी
इस अपील में निरीक्षण के समय की स्थिति व स्टाफ के मानक पूरे किए जाने की दिशा में उठाए कदमों की मौजूदा स्थिति दर्शायी गई है।
मानक पूरे करने की कवायद
मानक पूरे करने के लिए सरकार ने जहां संविदा पर चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रधानाचार्यों को अधिकृत कर दिया था। वहीं हाल ही में इन शिक्षकों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है ताकि नए लोगों को आकर्षित किया जा सके। एनएमसी की सुनवाई के बाद जल्द कुछ कॉलेजों की मान्यता को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। ऐसे में प्रदेश में सरकारी कोटे की एमबीबीएस सीटों में भी इजाफा हो जाएगा।