ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। साल की पहली छमाही खत्म हो चुकी है। इस दौरान सोने ने निफ्टी से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। सोने ने साल की पहली छमाही में 13.37 प्रतिशत रिटर्न दिया जबकि निफ्टी में इस दौरान 10.5 प्रतिशत तेजी आई है। रुपये के लिहाज से देखें तो इस दौरान सोने के दामों में करीब 8,400 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। दूसरी ओर देखें तो इस दौरान सेंसेक्स में 2,279 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। जुलाई का सोना वायदा 74,777 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था और अब यह 71,800 करोड़ रुपये के आसपास मंडरा रहा है। मध्य पूर्व में तनाव, चीन में सोने की मांग में तेजी और फेड ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के कारण सोने की कीमत में तेजी देखने को मिली।
– छह माह में गोल्ड ने दिया 13.37% रिटर्न
– 77,000 रुपये तक जा सकता है सोने का भाव
सोने के प्रदर्शन के बारे में ऋद्धिसिद्धि बुलियन लिमिटेड के एमडी और आईबीजेए के राष्ट्रीय प्रमुख पृथ्वीराज कोठारी ने कहा कि फरवरी और अप्रैल के बीच 18 प्रतिशत की तेजी के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोना 71,000-72,000 रुपये के आसपास मजबूत हो रहा है। उक्त अवधि में इसमें 12,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है। कोठारी ने कीमतों में स्थिरता के लिए पर्याप्त ट्रिगर्स की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। कमजोर बुनियादी बातों से अगले 1-2 महीनों में सोना 70,000 रुपये तक पहुंच सकता है। मध्यम से लंबी अवधि का नजरिया अभी भी सकारात्मक है और 2024 की आखिरी तिमाही में पीली धातु नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच सकती है। कोठारी ने कहा कि साल के अंत तक 75,000 रुपये से 77,000 रुपये के लक्ष्य के लिए 70,000 रुपये के आसपास की गिरावट पर खरीदारी की जाए।
ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। साल की पहली छमाही खत्म हो चुकी है। इस दौरान सोने ने निफ्टी से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। सोने ने साल की पहली छमाही में 13.37 प्रतिशत रिटर्न दिया जबकि निफ्टी में इस दौरान 10.5 प्रतिशत तेजी आई है। रुपये के लिहाज से देखें तो इस दौरान सोने के दामों में करीब 8,400 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। दूसरी ओर देखें तो इस दौरान सेंसेक्स में 2,279 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। जुलाई का सोना वायदा 74,777 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था और अब यह 71,800 करोड़ रुपये के आसपास मंडरा रहा है। मध्य पूर्व में तनाव, चीन में सोने की मांग में तेजी और फेड ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के कारण सोने की कीमत में तेजी देखने को मिली।
– छह माह में गोल्ड ने दिया 13.37% रिटर्न
– 77,000 रुपये तक जा सकता है सोने का भाव
सोने के प्रदर्शन के बारे में ऋद्धिसिद्धि बुलियन लिमिटेड के एमडी और आईबीजेए के राष्ट्रीय प्रमुख पृथ्वीराज कोठारी ने कहा कि फरवरी और अप्रैल के बीच 18 प्रतिशत की तेजी के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोना 71,000-72,000 रुपये के आसपास मजबूत हो रहा है। उक्त अवधि में इसमें 12,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है। कोठारी ने कीमतों में स्थिरता के लिए पर्याप्त ट्रिगर्स की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। कमजोर बुनियादी बातों से अगले 1-2 महीनों में सोना 70,000 रुपये तक पहुंच सकता है। मध्यम से लंबी अवधि का नजरिया अभी भी सकारात्मक है और 2024 की आखिरी तिमाही में पीली धातु नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच सकती है। कोठारी ने कहा कि साल के अंत तक 75,000 रुपये से 77,000 रुपये के लक्ष्य के लिए 70,000 रुपये के आसपास की गिरावट पर खरीदारी की जाए।