ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। यहां तीन दिवसीय बैठक में जी20 देशों के विकास मंत्रियों ने भारत के वसुधैव कुटुंबकम ् की धारणा को आत्मसात किया और सभी तरह की चुनौतियों से एक परिवार की तरह पार पाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई। सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने आने वाले सात वर्षों के लिए 17 लक्ष्य तय करने के प्रस्ताव दिए। सभी देशों की तरफ से इन पर सहमति जताई गई और निर्धारित लक्ष्य पर सामूहिक भागीदारी का संकल्प लिया गया। भारत की तरफ से एक धरती, एक परिवार व एक भविष्य का प्रस्ताव भी रखा गया।
जी-20 बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सभी देश अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों और क्षमताओं के साथ मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ पर्यावरण और जलवायु को स्वच्छ बनाने की ठोस योजना पर काम करेंगे।
पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर
खासकर विकासशील देश पर्यावरण संरक्षण में ज्यादा प्रभावी भूमिका निभाएंगे। विकास, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के बीच आपसी तालमेल बनाने पर जोर दिया गया ताकि सतत विकास की अवधारणा के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
जीवन में सकारात्मक बदलाव
बैठक में लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की बात कही गई और तय हुआ कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैठक करके इस दिशा में ठोस निर्णय लिया जाएगा। सबके साथ और प्रयास से विकास की प्रक्रिया से कोई वंचित नहीं रहेगा।