ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत ने विभिन्न आयामों में सर्वोच्च दक्षता दिखाते हुए इतनी उपलब्धियां अपने नाम की हैं कि जी20 के नए अध्यक्ष के लिए भारत से लंबी लकीर खींचना किंचित असंभव ही रहेगा। भारत के नेतृत्व में 20 देशों का यह समूह पूरे विश्व की आवाज बना। किसी मायने में आज संयुक्त राष्ट्र से अधिक प्रभावशाली भूमिका में है जी20। इस संगठन के नए अध्यक्ष पर दुनिया की नजर रहेगी कि जो करिश्मा भारतीय नेतृत्व ने किया, क्या वे भी ऐसा करने में सफल होंगे।
11 समूहों के साथ व्यापक विमर्श
अब तक भारत की जी20 अध्यक्षता में अलग-अलग क्षेत्रों से संबंधित 11 सहभागी समूहों के साथ व्यापक विचार-विमर्श आयोजित किये गए-
(1) बिजनेस20 : बिजनेस 20 या बी20 वैश्विक व्यापार समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाला आधिकारिक जी20 संवाद मंच है। 2010 में स्थापित, बी20 जी20 में सबसे प्रमुख समूहों में से एक है, जिसमें कंपनियां और व्यावसायिक संगठन भागीदार हैं। बी20 वैश्विक व्यापार जगत के नेताओं को वैश्विक आर्थिक और व्यापार शासन के मुद्दों पर उनके विचारों के लिए प्रेरित करने की प्रक्रिया का नेतृत्व करता है और पूरे जी20 व्यापार समुदाय के लिए एक स्वर में बोलता है। भारतीय उद्योग परिसंघ को भारत के जी20 प्रेसीडेंसी के लिए बिजनेस 20 (बी20) सचिवालय के रूप में नामित किया गया है।
(2) सिविल20 : सिविल20 या सी20 सहभागी समूह को 2013 में एक आधिकारिक जी20 सिविल समूह के रूप में आरम्भ किया गया था, हालांकि जी20 सदस्य देशों के बीच सिविल सोसाइटी सहभागिता 2010 में शुरू हो गई थी। सी20 गैर-सरकारी और गैर-व्यावसायिक पक्ष की आवाज को जी20 के समक्ष लाने के लिए पूरे विश्व के सिविल सोसाइटी संगठनों को एक मंच प्रदान करता है।
(3) श्रम20 : श्रम20 या एल20 शिखर सम्मेलन पहली बार 2011 में फ्रांस की अध्यक्षता के दौरान औपचारिक रूप से संपन्न हुआ। एल20,जी20 देशों के श्रमिक संघों के नेताओं को बुलाता है और श्रम संबंधी मुद्दों पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से विश्लेषण और नीतिगत सिफारिशें प्रस्तुत करता है।
(4) संसद20 : संसद20 या पी20 सहभागी समूह, जो 2010 में कनाडा की अध्यक्षता में शुरू हुआ था, जी20 देशों की संसदों के अध्यक्षों के नेतृत्व में कार्य करता है। चूंकि सांसद संबंधित सरकारों को मार्गदर्शन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, अतः पी20 की बैठकों का उद्देश्य वैश्विक व्यवस्था को एक संसदीय आयाम प्रदान करना, जागरूकता बढ़ाना, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के लिए राजनीतिक समर्थन तैयार करना और यह सुनिश्चित करना है कि इन्हें प्रभावी रूप से राष्ट्रीय वास्तविकताओं में रूपांतरित किया जाए।
(5) विज्ञान20 : जी20 के विज्ञान20 या एस20 सहभागी समूह का नेतृत्व जी20 राष्ट्रों की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमियों द्वारा किया जाता है। जबकि जी20 की शुरुआत 1999 में हुई थी, एस20 की स्थापना 2017 में जर्मनी की अध्यक्षता में की गई थी। एस20 सबसे युवा सहभागी समूहों में से एक है।
(6) एसएआई20 : सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस20 या एसएआई20 2022 में इंडोनेशिया की अध्यक्षता में शुरू किया गया सहभागी समूह है। यह पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने तथा जी20 सदस्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के संबंध में विश्व स्तर पर एसएआई द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराता है।
(7) स्टार्टअप20 : स्टार्टअप आर्थिक प्रगति और विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं। वे सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मंच और उपकरण प्रदान करते हैं तथा पूरे विश्व में नवाचार को बढ़ावा देते हैं और एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने में अर्थव्यवस्थाओं को सहायता प्रदान करते हैं। स्टार्टअप 20 सहभागी समूह को भारत की अध्यक्षता में प्रस्तावित किया गया है।
(8) थिंक20 : थिंक20 या टी20 एक आधिकारिक जी20 सहभागी समूह के रूप में 2012 में मैक्सिको की अध्यक्षता में शुरू किया गया था। यह प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए प्रबुद्ध मंडलों और उच्च-स्तरीय विशेषज्ञों को एक साथ लाकर जी20 के लिए ‘आइडिया बैंक’ के रूप में कार्य करता है।
(9) अर्बन20 : अर्बन20 की स्थापना दिसंबर 2017 में पेरिस में वन प्लैनेट शिखर सम्मेलन के दौरान अर्जेंटीना की अध्यक्षता में की गई थी।
(10) वुमन20 : वुमन20 या डब्ल्यू20 एक सहभागी समूह है जिसे 2015 में तुर्की की अध्यक्षता के दौरान आरंभ किया गया था। डब्ल्यू20 का प्राथमिक उद्देश्य 2014 में ब्रिस्बेन शिखर सम्मेलन में अपनाई गई ’25×25′ प्रतिबद्धता को कार्यान्वित करना है।
(11) यूथ20 : यूथ20 या वाई20, 2010 में आयोजित अपने पहले वाई20 सम्मेलन के साथ एक ऐसा मंच प्रदान करता है जो युवाओं को जी20 प्राथमिकताओं पर अपने दृष्टिकोण और विचारों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता देता है।