ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सभी अनुमानों को पीछे छोड़ मौजूदा वित्त वर्ष 2023 -24 की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के बीच देश की अर्थव्यवस्था ने 7.6 फीसदी के दर से विकास किया है। इसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान जीडीपी विकास दर 7.8 फीसदी रही थी। बीते वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में जीडीपी 6.2 फीसदी रही थी। आरबीआई ने दूसरी तिमाही में 6.5 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया था। यानि दूसरी तिमाही में आरबीआई के अनुमान से तेज गति से देश की अर्थव्यवस्था ने विकास किया है।
आंकड़े जारी किए
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर से दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी किए गए हैं। डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में जीडीपी 41.74 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंची है जो बीते वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 38.17 लाख करोड़ रुपये रही थी।
सेक्टरों का हाल
एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का ग्रोथ रेट 13.9 फीसदी रहा है जो बीते वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में -3.8 फीसदी रही थी। कृषि क्षेत्र की विकास दर दूसरी तिमाही में 1.2 फीसदी रही जबकि 2022-23 की दूसरी तिमाही में 2.5 फीसदी रही थी। कंस्ट्रक्शन सेक्टर का ग्रोथ रेट 13.3 फीसदी रहा है जबकि पिछले साल की दूसरी तिमाही में 5.7 फीसदी रहा था। इसी तरह ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन और ब्रॉडकास्टिंग से जुड़ी सेवाओं का ग्रोथ रेट 4.3 फीसदी रहा है। फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज का ग्रोथ रेट 6 फीसदी रहा जो बीते वर्ष की दूसरी तिमाही में 7.1 फीसदी रहा था।
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने भारत के विकास दर अनुमान को बढ़ा दिया है। कंपनी ने अपने अनुमान को 6 फीसदी से बढ़ाकर 6.4 फीसदी कर दिया है। एसएंडपी ने कहा, मजबूत घरेलू गति उच्च खाद्य मुद्रास्फीति और कमजोर निर्यात से होने वाली बाधाओं की भरपाई करती दिख रही है।
नोमुरा ने भी बढ़ाया ग्रोथ अनुमान
जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत का ग्रोथ रेट अनुमान 5.9 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया है। दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी के आधिकारिक डेटा आने के बाद यह बढ़ोतरी की गई।