ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। स्मोकिंग सेहत के लिए नुकसानदायक है। सिगरेट से निकलने वाला धुआं लंग कैंसर, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इसलिए अब इस तलब के शिकार लोग सिगरेट के विकल्प के रूप में ई-सिगरेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे वेपिंग भी कहते हैं। युवाओं के बीच इसका ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। इनका तर्क है कि ई-सिगरेट से सेहत को न के बराबर नुकसान होता है।
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया के सभी देशों से ई-सिगरेट को अन्य टोबैको उत्पादों की तरह ट्रीट करने और उस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।
34 देशों में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध
ब्राजील, ईरान और थाइलैंड समेत दुनिया के 34 देशों में ई-सिगरेट पर प्रतिबंध है। पिछले कुछ सालों में कई ऐसी साइंस स्टडीज हुई हैं, जो ई-सिगरेट के खतरों से आगाह कर रही हैं। इस कड़ी में हाल ही में एक और स्टडी हुई है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी की स्टडी में सामने आया है कि ई-वैपिंग से हार्ट अटैक का खतरा 19 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।