ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत का घरेलू हवाई यातायात छह से आठ प्रतिशत बढ़कर 16 करोड़ यात्रियों के पार जा सकता है। विमानन क्षेत्र की सलाहकार फर्म सीएपीए ने एक रिपोर्ट में यह बात कही। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2025 के अंत तक भारत का अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात 7.8 करोड़ यात्री तक हो सकता है और इसमें 9-11 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।
रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की विमानन कंपनियों को 40 से 60 करोड़ डॉलर का घाटा हो सकता है। घाटे का एक कारण विमानों के खड़े होने के चलते कंपनियों की क्षमता में कमी आना है। इस समय विभिन्न कंपनियों के करीब 130 विमान खड़े हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2025 के अंत तक घरेलू कंपनियों के पास 812 विमान होंगे और इनमें 84 विमानों की बढ़ोतरी होगी।