मुंबई। कुछ महीने पहले विदेश से मुंबई आए एक बुजुर्ग को एक या दो नहीं, बल्कि 3 प्रकार के कैंसर थे। वे जीवन की उम्मीद में मुंबई आए थे। उनकी इस उम्मीद को जसलोक हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने टूटने नहीं दिया। सर्जन की कुशलता और ट्रीटमेंट प्लान की वजह से बुजुर्ग के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और उनके जीने की उम्मीद बढ़ गई है। प्रोस्टेट कैंसर के जूझ रहे जांबिया के निवासी 77 वर्षीय जॉर्ज रेक्टल रक्तस्राव और कब्ज की शिकायत लेकर मुंबई आए थे। मामले की गंभीरता और जटिलाओं को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें जसलोक अस्पताल में कंसल्ट करने की सलाह दी।
जसलोक अस्पताल की जांच
जब जसलोक अस्पताल के डॉक्टरों ने जांच की तो पाया कि प्रोस्टेट कैंसर के अलावा उनकी लंबी आंत में भी सिगमॉइड कैंसर पनप रहा था, इसके अलावा इनमें थायराइड के कैंसर की भी पुष्टि हुई। एक व्यक्ति के शरीर में 3 अलग-अलग जगहों पर कैंसर होना अपने आप में गंभीर स्थिति थी।
दो सर्जरी को दिया अंजाम
अस्पताल के कैंसर सर्जन, पेट रोग सर्जन और एनेस्थेटिक ने मिल कर दो सर्जरी को अंजाम दिया। सर्जरी करीब 7 से 8 घंटे तक चली और डॉक्टरों को इसमें सफलता मिली। मरीज को न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग द्वारा थेरेपी दी जा रही है और वे बहुत हद तक ठीक हो चुके हैं।
चुनौतियों को ऐसे किया हल
मरीज का इलाज करने वाले जसलोक अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड एचपीबी सर्जरी विभाग के सीनियर कंसलटेंट डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि मरीज पहले ही प्रोस्टेट कैंसर से ग्रसित रह चुका है। उनका इलाज भी हुआ लेकिन यह कैंसर उनकी हड्डियों में फैल चुका था। ऐसी स्थिति में सर्जरी के बजाय मरीज को हार्मोनल थेरेपी दी जाती है, जिससे कैंसर की ग्रोथ नियंत्रण में रहती है और व्यक्ति लंबा जीवन जी सकता है। अब जांच में दो तरह के और कैंसर मिले हैं, जिनमें सर्जरी ही सबसे कारगर उपाय माना जाता है। इसलिए फिर हमने थायराइड और इंटेस्टाइन कैंसर को हटाने के लिए सर्जरी की। मरीज का डॉक्टर पर भरोसा और विल पावर काफी स्ट्रॉन्ग है।
रेडियोधर्मी आयोडीन से इलाज
जसलोक अस्पताल में न्यूक्लियर मेडिसिन के निदेशक डॉ. विक्रम लेले ने बताया कि विभिन्न आइसोटोप के साथ पीईटी सीटी स्कैन ने इन तीन घातक बीमारियों की पहचान की। न्यूक्लियर मेडिसिन आइसोटोप 177एलयू-पीएसएमए से मेटास्टैटिक प्रोस्टेट कैंसर का इलाज किया गया। थायरॉइड कैंसर का इलाज बाद में रेडियोधर्मी आयोडीन से किया जाएगा। न्यूक्लियर मेडिसिन की मरीज के निदान और उपचार में प्रमुख भूमिका रही है।