गुलशन वर्मा
नई दिल्ली| आईपीएल के विस्फोटक बल्लेबाजों की जमात में एक नया धूमकेतु जुड़ गया है। अलीगढ़ के रिंकू ने पिछली विजेता गुजरात टाइटंस के खिलाफ केकेआर की ओर से बल्ले से ऐसा धमाल मचाया कि क्रिकेट फैन्स क्रिस गेल, रोहित शर्मा , महेंद्र सिंह धौनी, फाफ डू प्लेसिस, क्विंटन डिकाॅक को भूल गए। अंतिम ओवर में केकेआर को जीत के लिए 29 रन बनाने थे। लक्ष्य असंभव था क्योंकि आईपीएल और वनडे के इतिहास में ऐसा लक्ष्य कभी पूरा नहीं हुआ। पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लिया यानी 5 गेंदों पर 28 रन बनाने का जिम्मा रिंकू के कंधों पर। उसके बाद तो ऐसा तूफान उठा कि सभी हैरान रह गए। पांचों गेंदों पर दे दनादन पांच छक्के ठोंक कर रिंकू ने इतिहास रच दिया। उसकी टीम तीन विकेट से मैच जीत गई। दुनिया का कोई धुरंधर बल्लेबाज जो आज तक नहीं कर पाया, वह कमाल रिंकू ने कर दिखाया। गुजरात टाइटंस की कप्तानी करने उतरे फिरकी गेंदबाज राशिद खान ने हैट्रिक बनाई तो इसी टीम के बल्लेबाज विजय शंकर ने आखिरी ओवर में छक्क ों की हैट्रिक लगाई लेकिन रिंकू ने डबल हैट्रिक को फेल कर दिया।
2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 80 लाख रुपए में खरीदा था। रिंकू परफॉर्म नहीं कर पाए। बावजूद इसके केकेआर उन्हें रीटेन करती रही। अपनी जर्नी के दौरान उन्हें इंजरी हुई। केकेआर मैनेजमेंट ने ही घुटने की सर्जरी की जिम्मेदारी उठाई। रिंकू ने मैनेजमेंट के इसी भरोसे को कायदे से लौटाया है।
सिलेंडर ढोते थे रिंकू
एक वक्त ऐसा भी था, जब रिंकू सिलेंडर डिलीवर करते थे। तंगी ऐसी थी कि झाड़ू-पोंछा करने की नौबत भी आ गई थी। परिवार में 5 भाई हैं। पापा सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे। हम पांचों भाइयों से भी काम करवाते, जब कोई नहीं मिलता तो डंडे से पीटते थे। हम सारे भाई बाइक पर 2-2 सिलेंडर रखकर होटलों और घरों में डिलीवर करने जाते थे। पापा खेलने के लिए हमेशा मना करते थे, मम्मी सपोर्ट करती थीं। एक टूर्नामेंट के लिए पैसे चाहिए थे। मम्मी ने कहीं से एक हजार रुपए उधार लेकर दिए थे। रिंकू ने कहा, आईपीएल में आने के बाद सोचा कि बड़े भाई की शादी में मैं भी कुछ मदद कर पाऊंगा। बहन की शादी के लिए भी कुछ बचा लूंगा, अच्छे घर में शिफ्ट हो जाऊंगा। मैं नौवीं फेल हूं। रिंकू बीसीसीआई का निलंबन भी झेल चुके हैं। रिंकू का नाम फिल्मी दुनिया तक पहुंच चुका है। पहले शाहरुख खान, रणवीर सिंह ने तारीफ की, अब आमिर खान ने भी तारीफ की है।
- पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लिया। स्ट्राइक आई रिंकू सिंह के पास।
- दूसरी गेंद ऑफ स्टंप के बाहर फुलटॉस। रिंकू ने वाइड लॉन्ग ऑफ के बाहर छक्के के लिए भेज दिया।
- तीसरी गेंद, लेग स्टंप की ओर लो फुल टॉस। रिंकू ने डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग बाउंड्री के बाहर हिट किया।
- चौथी गेंद, फिर से फुलटॉस। रिंकू ने लॉन्ग ऑफ के ऊपर से 6 रन बटोर लिए। अब आखिरी दो गेंदों पर 10 रन चाहिए थे।
- पांचवीं गेंद ऑफ स्टंप से बाहर शॉर्ट पिच डिलीवरी। रिंकू ने लॉन्ग ऑन बाउंड्री के बाहर छक्क ा मारा।
- आखिरी गेंद पर चार रन की जरूरत थी। ये गेंद भी ऑफ स्टंप के बाहर शॉर्ट पिच। रिंकू ने पूरी ताकत से शॉट मारा। गेंद लॉन्ग ऑफ बाउंड्री के बाहर उड़ गई।
- रिंकू से पहले किसी खिलाड़ी ने टी-20 या इंटरनेशनल क्रिकेट के 20वें ओवर में 5 लगातार छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत नहीं दिलाई
- आखिरी ओवर में सबसे ज्यादा 29 रन बनाकर जीत दिलाने का भी रिकॉर्ड बना।
- इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी 20वें ओवर में 23 रन बनाकर चेन्नई को जीत दिला चुके हैं।
- 5 छक्क ों के बाद रिंकू बोले- जिन्होंने मेरे लिए बलिदान दिया, ये उन्हें (पिता को) समर्पित।
गुलशन वर्मा
नई दिल्ली| आईपीएल के विस्फोटक बल्लेबाजों की जमात में एक नया धूमकेतु जुड़ गया है। अलीगढ़ के रिंकू ने पिछली विजेता गुजरात टाइटंस के खिलाफ केकेआर की ओर से बल्ले से ऐसा धमाल मचाया कि क्रिकेट फैन्स क्रिस गेल, रोहित शर्मा , महेंद्र सिंह धौनी, फाफ डू प्लेसिस, क्विंटन डिकाॅक को भूल गए। अंतिम ओवर में केकेआर को जीत के लिए 29 रन बनाने थे। लक्ष्य असंभव था क्योंकि आईपीएल और वनडे के इतिहास में ऐसा लक्ष्य कभी पूरा नहीं हुआ। पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लिया यानी 5 गेंदों पर 28 रन बनाने का जिम्मा रिंकू के कंधों पर। उसके बाद तो ऐसा तूफान उठा कि सभी हैरान रह गए। पांचों गेंदों पर दे दनादन पांच छक्के ठोंक कर रिंकू ने इतिहास रच दिया। उसकी टीम तीन विकेट से मैच जीत गई। दुनिया का कोई धुरंधर बल्लेबाज जो आज तक नहीं कर पाया, वह कमाल रिंकू ने कर दिखाया। गुजरात टाइटंस की कप्तानी करने उतरे फिरकी गेंदबाज राशिद खान ने हैट्रिक बनाई तो इसी टीम के बल्लेबाज विजय शंकर ने आखिरी ओवर में छक्क ों की हैट्रिक लगाई लेकिन रिंकू ने डबल हैट्रिक को फेल कर दिया।
2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 80 लाख रुपए में खरीदा था। रिंकू परफॉर्म नहीं कर पाए। बावजूद इसके केकेआर उन्हें रीटेन करती रही। अपनी जर्नी के दौरान उन्हें इंजरी हुई। केकेआर मैनेजमेंट ने ही घुटने की सर्जरी की जिम्मेदारी उठाई। रिंकू ने मैनेजमेंट के इसी भरोसे को कायदे से लौटाया है।
सिलेंडर ढोते थे रिंकू
एक वक्त ऐसा भी था, जब रिंकू सिलेंडर डिलीवर करते थे। तंगी ऐसी थी कि झाड़ू-पोंछा करने की नौबत भी आ गई थी। परिवार में 5 भाई हैं। पापा सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे। हम पांचों भाइयों से भी काम करवाते, जब कोई नहीं मिलता तो डंडे से पीटते थे। हम सारे भाई बाइक पर 2-2 सिलेंडर रखकर होटलों और घरों में डिलीवर करने जाते थे। पापा खेलने के लिए हमेशा मना करते थे, मम्मी सपोर्ट करती थीं। एक टूर्नामेंट के लिए पैसे चाहिए थे। मम्मी ने कहीं से एक हजार रुपए उधार लेकर दिए थे। रिंकू ने कहा, आईपीएल में आने के बाद सोचा कि बड़े भाई की शादी में मैं भी कुछ मदद कर पाऊंगा। बहन की शादी के लिए भी कुछ बचा लूंगा, अच्छे घर में शिफ्ट हो जाऊंगा। मैं नौवीं फेल हूं। रिंकू बीसीसीआई का निलंबन भी झेल चुके हैं। रिंकू का नाम फिल्मी दुनिया तक पहुंच चुका है। पहले शाहरुख खान, रणवीर सिंह ने तारीफ की, अब आमिर खान ने भी तारीफ की है।
- पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लिया। स्ट्राइक आई रिंकू सिंह के पास।
- दूसरी गेंद ऑफ स्टंप के बाहर फुलटॉस। रिंकू ने वाइड लॉन्ग ऑफ के बाहर छक्के के लिए भेज दिया।
- तीसरी गेंद, लेग स्टंप की ओर लो फुल टॉस। रिंकू ने डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग बाउंड्री के बाहर हिट किया।
- चौथी गेंद, फिर से फुलटॉस। रिंकू ने लॉन्ग ऑफ के ऊपर से 6 रन बटोर लिए। अब आखिरी दो गेंदों पर 10 रन चाहिए थे।
- पांचवीं गेंद ऑफ स्टंप से बाहर शॉर्ट पिच डिलीवरी। रिंकू ने लॉन्ग ऑन बाउंड्री के बाहर छक्क ा मारा।
- आखिरी गेंद पर चार रन की जरूरत थी। ये गेंद भी ऑफ स्टंप के बाहर शॉर्ट पिच। रिंकू ने पूरी ताकत से शॉट मारा। गेंद लॉन्ग ऑफ बाउंड्री के बाहर उड़ गई।
- रिंकू से पहले किसी खिलाड़ी ने टी-20 या इंटरनेशनल क्रिकेट के 20वें ओवर में 5 लगातार छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत नहीं दिलाई
- आखिरी ओवर में सबसे ज्यादा 29 रन बनाकर जीत दिलाने का भी रिकॉर्ड बना।
- इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी 20वें ओवर में 23 रन बनाकर चेन्नई को जीत दिला चुके हैं।
- 5 छक्क ों के बाद रिंकू बोले- जिन्होंने मेरे लिए बलिदान दिया, ये उन्हें (पिता को) समर्पित।