दीप्सी द्विवेदी
नई दिल्ली। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस की खंडपीठ ने पहली बार एक ऐसे मामले की सुनवाई पूरी की जिसकी पैरवी एक मूक-बधिर वकील ने सांकेतिक भाषा में की। इस सुनवाई में बधिर वकील की सहायता दुभाषिये सौरव रॉयचौधरी ने की थी। इस ऐतिहासिक सुनवाई की तारीफ हो रही है। वकील सारा सनी की सांकेतिक भाषा का अनुवाद करने आए दुभाषिये सौरव रॉय चौधरी की स्पीड देखकर सीजेआई और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी चकित रह गए। उन लोगों ने सौरव की तारीफ की।
वर्चुअल कोर्ट में अपने पहले मामले की सांकेतिक भाषा में दमदार पैरवी कर बधिर वकील सारा सनी ने न सिर्फ एक लंबी लकीर खींची है बल्कि कई लोगों के लिए नई राह बनाते हुए एक रिकॉर्ड स्थापित किया है।
शुरुआत में ऑनलाइन कोर्ट के मॉडरेटर ने दुभाषिये को वीडियो ऑन करने की इजाजत नहीं दी थी लेकिन बाद में सीजेआई के कहने पर उसे भी वर्चुअल कोर्ट में विंडो में आने की इजाजत दे दी गई। सारा सनी के लिए ये सारी व्यवस्थाएं एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड संचिता एन ने की थी। दिव्यांगों को मौका देने के लिये सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की इस पहल को मील का पत्थर माना जा रहा है।
कौन हैं सारा सनी ?
सारा बचपन से ही सुन-बोल नहीं सकती थीं लेकिन उनके पैरेंट्स ने उन्हें सपोर्ट किया और आज वो एक मुकाम पर खड़ी हैं। सारा ने बेंगलुरु के सेंट स्टीफन कॉलेज ऑफ लॉ से एलएलबी की डिग्री हासिल की है और अब अपनी सीनियर संचिता की देखरेख में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं।
लॉ पास करने के बाद सारा ने कर्नाटक की एक जिला अदालत से अपने करियर की शुरुआत की। तब जजों ने उन्हें दुभाषिया उपलब्ध नहीं करने दिया था और कहा था कि दुभाषिए को कानून की समझ नहीं होती, इसलिए ऐसा नहीं कर सकते। तब सनी लिख कर अदालत में बहस किया करती थी।
12 अक्टूबर विश्व दृष्टि दिवस
विश्व दृष्टि दिवस अक्टूबर महीने के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। 2023 में यह 12 अक्टूबर को पड़ता है। विश्व दृष्टि दिवस मनाने का उद्देश्य दृष्टि हानि और अंधेपन पर ध्यान देने के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।