ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। भारी बारिश और प्रतिकूल मौसम की वजह से कोस्टल रोड का कार्य रुक गया है। इसकी वजह से अभी कोस्टल रोड के नॉर्थ साइड से (मरीन ड्राइव से वर्ली की ओर) बांद्रा-वर्ली सी लिंक को तीन अन्य गर्डर से जोड़ने का काम पूरा नहीं हो सका है। इससे कोस्टल रोड पूरी क्षमता के साथ नहीं खुल सका है। इसके दिसंबर में पूरी तरह खुलने की उम्मीद है। पहले इसे अक्टूबर के अंत तक खोलने की योजना बनाई गई थी।
लहरें बहुत अधिक हैं
कोस्टल रोड के एक अधिकारी ने बताया कि कोस्टल रोड और सी लिंक को जोड़ने वाले पिलर समुद्र में बनाए गए हैं। प्रतिकूल मौसम और हाईटाइड के कारण लहरें बहुत अधिक हैं, जिसके कारण पुल के उत्तर की ओर (मरीन ड्राइव से सी लिंक) के तीन गर्डरों की लॉन्चिंग का कार्य आगे बढ़ गया है। इसे 15 अगस्त तक लॉन्च करने की योजना थी, लेकिन अब यह लॉन्चिंग अक्टूबर में होने की उम्मीद है। दक्षिण की ओर से लॉन्च किए गए गर्डरों पर सड़क का काम किया जा रहा है। इस पर बिटुमन बिछाने और वॉटरप्रूफिंग जैसे कार्य अभी बाकी हैं।
अक्टूबर तक तैयार होगी साइड
अधिकारी ने बताया कि वर्ली कोस्टल रोड के जरिए सी लिंक जोड़ने वाली दक्षिण की ओर जाने वाली साइड अक्टूबर तक तैयार हो जाएगी। उत्तर की ओर जाने वाली कोस्टल रोड की साइड अक्टूबर-नवंबर तक तैयार हो जाएगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अटक सकते हैं प्रोजेक्ट
ट्रैफिक सिग्नल्स और लाइट लगाने सहित अन्य कार्यों को पूरा करने में कुछ और सप्ताह लग सकते हैं। अधिकारी ने कहा कि इसके साथ ही दिसंबर के मध्य तक कोस्टल रोड के पूरे हिस्से को शुरू किए जाने की उम्मीद है। बता दें कि कोस्टल रोड की दक्षिण की ओर (बांद्रा से मरीन ड्राइव) वाली साइड शुरू करने की डेडलाइन जुलाई के अंत तक थी, जबकि मरीन ड्राइव से बांद्रा-वर्ली सी लिंक की ओर जाने वाली साइड के लिए यह समय-सीमा अक्टूबर तय की गई थी।
बीएमसी अधिकारी ने बताया कि यदि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा हुई तो आदर्श आचार संहिता लग जाएगी, इसलिए भी कोस्टल रोड के काम और उद्घाटन कार्य में रुकावट आने की आशंका है।
10 मिनट में पहुंच रहे वर्ली से मरीन ड्राइव
वर्ली बिंदु माधव ठाकरे चौक से मरीन ड्राइव तक कोस्टल रोड का एक हिस्सा शुरू हो गया। इसके तहत प्रियदर्शिनी पार्क से मरीन ड्राइव तक 2.07 किमी लंबी टनल भी शामिल है। जो सफर पहले लगभग 45 मिनट में पूरा होता था, इसके खुलने से वह दस मिनट में पूरा हो रहा है। मरीन ड्राइव से हाजी अली तक का 6.25 किमी लंबा दूसरा हिस्सा गाड़ियों की आवाजाही के लिए 10 जून को खोला गया और हाजी अली से वर्ली तक का हिस्सा 11 जुलाई को आवागमन के लिए खोल दिया गया। इसके जरिए लोग 10 मिनट में वर्ली से मरीन ड्राइव पहुंच रहे हैं।