नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्तर पर होने वाला रोजगार मेला अब केंद्र सरकार की नई पहचान बन गई है। रोजगार मेले के तहत भारत और राज्य सरकारों द्वारा हर महीने हजारों नियुक्ति पत्र सौंपे जा रहे हैं। यह युवाओं के लिए अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। रोजगार मेले से युवाओं का सशक्तिकरण हो रहा है और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर मिल रहा है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जून को एक बार फिर राष्ट्रीय रोजगार मेले के तहत 70,000 से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
कोशिश और लक्ष्य, जिद और जोश, जज्बात और जीत
यह पहचान है युवा भारत की। यह मिसाल है नए भारत की। हमारी युवा शक्ति पूरी दुनिया में आशा और विश्वास जगाती है। आज कौशल विकास से लेकर नवाचार और स्टार्ट अप तक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार युवाओं की आकांक्षा, ऊर्जा और उत्साह को अवसरों से जोड़ रहे हैं। पिछले नौ वर्षों में सर्वांगीण विकास के विजन के साथ ऐसी नीतियां तैयार की गईं और निर्णय लिए गए जिनसे रोजगार , स्वरोजगार ,कारोबार और उद्यमिता के लिए बड़े पैमाने पर मौके बने हैं। रोजगार मेले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जो लोग इस समय सरकारी नौकरी में आ रहे हैं, उनके लिए यह बहुत महत्वपूर्ण समय है। अगले 25 वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है।
आपको वर्तमान के साथ ही देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए जी-जान से जुट जाना है।” डिजिटल संरचना से लेकर फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तक अभूतपूर्व स्पीड और स्केल से बदलाव हुए हैं जिन्होंने रोजगार सृजन में निर्णायक भूमिका निभाई है। 9 सालों में भारत दसवीं से बढ़ कर आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। वैश्विक संस्थाएं आज भारत की ताकत और क्षमता को पहचान रही हैं। हर प्लेटफॉर्म पर उचित स्थान भी दे रही हैं। दुनिया की जानी-मानी कंपनियां भारत में अपनी यूनिट स्थापित कर रही हैं। पिछले 9 वर्षों में 600 मिलियन डॉलर का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश हुआ है जो अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज भारत में प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर, दोनों में ही नौकरियों के निरंतर नए मौके बन रहे हैं। (न्यू इंडिया समाचार से साभार)