ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। लता मंगेश्कर की आवाज व मेधा को उनके पिताजी नहीं समझे होते तो वह भारत की कोकिला कैसे बन पातीं। इसी तरह बॉलीवुड व बंगाली संगीत की दुनिया में धमाल मचाने वाली बंगाल की संगीतकार इशिता मित्रा की प्रतिभा को उनकी मां ने पहचाना था। आज इश्िाता के लाखों प्रशंसक हैं। इशिता मित्रा मूल रूप से बंगाल के बिजनेसमैन व बिल्डर पुलख मित्रा व संध्या मित्रा की पुत्री हैं। वह बताती हैं कि जब वह ढाई साल की थी तो पॉपुलर टीवी सीरियल कृष्णा देखा करती थी। कुछ गुनगुनाती भी थी।
धीरे-धीरे वह कृष्णा के गाने गुनगुनाने लगी। इस प्रतिभा काे उनकी मां संध्या मित्रा ने बारीकी से पहचाना और परखा। वह सभी से कहने लगीं कि जरूर वह एक दिन संगीतकार बनेगी। चार साल की उम्र में माता-पिता ने संगीत का प्रशिक्षण दिलाना शुरू कर दिया। इशिता कोलकाता यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली में मासकॉम में पोस्ट ग्रेजुएट बनीं। उसके बाद गंधर्व महाविद्यालय से संगीत का तीन साल का कोर्स पूरा किया। इस दौरान इशिता को कई बड़े राष्ट्रीय कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला।
इशिता के गुरु संगीतकार व गायक अनूप जलोटा थे। उनके सहयोग से वह आगे बढ़ते चली गईंं ं। एक के बाद एक संगीत की दुनिया में अपनी छाप छोड़ने लगी। कई कार्यक्रमों में गोल्ड व अन्य पुरस्कार मिले। फिल्म इंडस्ट्री में कई बड़ी हस्तियों ने उनकी संगीत और लेखन क्षमता की दाद दी और सम्मानित भी किया।
कर चुकीं अनूप जलोटा के साथ चार एलबम
इशिता अनूप जलोटा के साथ चार एलबम लांच कर चुकी हैं। वह खुद ही गाने को कंपोज करती हैं और आवाज भी देती हैं। इशिता को हेमामालिनी से लेकर नरेंद्र चंचल के साथ भी गाना परफॉर्म करने का मौका मिल चुका है।
कोविड-19 पर गीत ने अमेरिका में मचाया धमाल
जून 2020 में कोविड-19 के दौर में इशिता ने एक गाना अनूप जलोटा के साथ गाया जिसके बोल थे ‘हम सब एक हैं’। यह गाना अपने देश के अलावा अमेरिका समेत कई देशों में प्रसिद्ध हुआ। कई देशों के आर्टिस्टों ने उनकी सराहना की। फिलहाल वह मुंबई में रहती हैं और हाल में जन्माष्टमी पर लॉन्च किया गया गाना ‘कान्हा तेरी बांसुरी कहां गुम हो गई’ अनूप जलोटा के साथ हिट हुआ है। बॉलीवुड के अलावा कई बंगाली गानों में भी उन्होंने ख्याति पाई है।