ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया को 16वें फाइनेंस कमीशन (वित्त आयोग) का चेयरमैन बनाया गया है। वहीं रित्विक रंजनम पांडेय को कमीशन का सेक्रेटरी बनाया गया है। चेयरमैन और कमीशन के दूसरे सदस्यों का कार्यकाल रिपोर्ट सौंपे जाने या 31 अक्टूबर 2025 तक होगा। अभी एन.के. सिंह 15वें फाइनेंस कमीशन के चेयरमैन हैं।
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और पद्म भूषण से सम्मानित प्रोफेसर अरविंद पनगढ़िया नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। पनगढ़िया की भारतीय अर्थव्यवस्था के एक बड़े विशेषज्ञ के रूप में पहचान है। वह एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके हैं। इसके अलावा वो नीति आयोग के वाइस चेयरमैन के पद पर भी रह चुके हैं।
उन्होंने विश्व बैंक और आईएमएफ जैसे विश्वस्तरीय संस्थानों के साथ विभिन्न पदों पर काम किया है। डा. पनगढ़िया, अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(सेबी) के सदस्य भी रहे हैं और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंधों पर अनुसंधान के लिए इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशन के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य के रूप में भी कार्य किया है।
वित्त आयोग संविधान के अनुच्छेद-280 के तहत स्थापित एक संवैधानिक बॉडी है। ये केंद्र और राज्यों के बीच पैसा कितना बंटेगा, कैसे बंटेगा, इसकी देख-रेख करता है। आयोग पब्लिक फाइनेंस से जुड़ा मसला हो, शासन और विकास से संबंधित मुद्दे हों- जैसे ऋण प्रबंधन, आपदा राहत, शिक्षा- इस पर सरकार को सलाह देता है।