ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सेना की थिएटर कमांड बनाने व सभी फोर्स में एकजुटता लाने और युद्ध के समय एक साथ ऑपरेशन करने की तैयारी के चलते वायु सेना और आर्मी ने नॉर्थ-ईस्ट में चीन सीमा पर संयुक्त हवाई अभ्यास किया। ईस्टर्न एयर कमांड की ओर से ‘पूर्वी आकाश’ नाम से एक सप्ताह यह अभ्यास किया गया। इसमें ‘सुदर्शन’ एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को शामिल किया गया।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि वायु सेना के अभ्यास में एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम, राफेल और तेजस फाइटर जेट के साथ-साथ लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर प्रचंड काे शामिल किया गया । अभ्यास से हमने वायु सेना और विशेष तौर पर ईस्टर्न एयर कमांड की ऑपरेशनल तैयारियों और क्षमता को परखा है।
अधिकारियों ने बताया कि ‘पूर्वी आकाश’ अभ्यास का मकसद डिफेंसिव और ऑफेंसिव ऑपरेशन को अंजाम देना और कई खतरों में रिएक्शन सहित अपनी एयर पावर का इस्तेमाल करना था। ये सभी ऑपरेशन न सिर्फ दिन में बल्कि रात में भी अंजाम दिए गए थे। ‘पूर्वी आकाश’ अभ्यास के दौरान वायु सेना के एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी पूर्वोत्तर सेक्टर में मौजूद रहे। ‘पूर्वी आकाश’ की शुरुआत के समय चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शिलॉन्ग में टेबलटॉप अभ्यास में हिस्सा लिया था।
सीडीएस और तीनों सेनाओं के चीफ एक साथ मिलकर इस दिशा में काम कर रहे हैं कि सभी फोर्स एकजुट होकर एक यूनिट की तरह काम कर सकें। भविष्य में अगर युद्ध की नौबत आती है तो हमारी सेनाएं एक साथ युद्ध लड़ सकें, इसके लिए थिएटर कमांड्स बनाने की तैयार की जा रही है।
तेजस का निशाना : 460 मीटर के रनवे पर टेकऑफ करने और सिर्फ 6500 किलो वजन वाला तेजस एक साथ दस लक्ष्यों को साध सकता है।
देसी लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर प्रचंड : इस अभ्यास में देसी लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर प्रचंड को पहली बार अधिक ऊंचाई वाले एडवांस लैंडिंग ग्राउंड पर उतारा गया। वहीं, प्रचंड ने दूसरे कॉम्बेट प्लेटफॉर्म और सिस्टम के साथ-साथ थल सेना के साथ अभ्यास किया।
‘चिनूक’ हेलिकॉप्टर भी शामिल : भारत में विकसित लाइट कॉम्बेट ‘तेजस’ एयरक्राफ्ट और हेवी-लिफ्ट ‘चिनूक’ हेलिकॉप्टर को अभ्यास के कई मिशन में शामिल किया गया था। रूस से आयात किए गए एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने ‘सुदर्शन’ नाम दिया है। सुदर्शन चक्र भगवान श्री कृष्ण का प्रमुख अस्त्र है। आर्मी की स्पेशल फोर्स के साथ गरुड़ स्पेशल फोर्स ने भी इस अभ्यास में भाग लिया।