ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सीरी फोर्ट की खुदाई में 14वीं शताब्दी की ऐतिहासिक गुप्त सुरंग मिली है। विशेषज्ञ इसे खिलजी काल की मान रहे हैं। पांच से छह फीट की यह सुरंग धनुषाकार है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) इसे बड़ी उपलब्धि मान रहा है। उसका कहना है कि इस खुदाई में और भी साक्ष्य मिल सकते हैं। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम गठित की जाएगी, जो आने वाले दिनों में खुदाई में मदद करेगी। सुरंग की धनुषाकार संरचना का आरंभिक हिस्सा दिखने के बाद फिलहाल खुदाई को रोक दिया गया है। सुरंग को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे, इसके लिए बाउंड्री कर संरक्षित किया जा रहा है।
पुरातत्वविदों के अनुसार सीरी किले के आसपास की ऐसी सभी संरचनाएं खिलजी वंश के समय की हैं, जिन्हें 13वीं और14वीं शताब्दी के दौरान बनाया गया था। जानकारी के अनुसार इस किले का निर्माण वर्ष 1303 में हुआ था। यह दुर्ग अलाउद्दीन खिलजी की ओर से मंगोल आक्रमण से बचने के लिए बनाया गया था। सीरी किले के पास स्थित चिल्ड्रेन म्यूजियम के परिसर पर एएसआई को यह सुरंग मिली।
एएसआई के अनुसार यहां घूमने आने वाले लोगों की सुविधा के लिए सामने वाले गेट को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए एक अस्थायी मार्ग का निर्माण किया जा रहा था। इसके लिए ही खुदाई की जा रही थी। सामने के गेट से मुख्य सड़क तक चार मीटर चौड़ा रास्ता बनाया जा रहा था, तभी यह मेहराब जैसी संरचना दिखी। अधिकारियों का कहना है कि इस इलाके में अभी खुदाई नहीं की जाएगी। ढांचे को इसी तरह से रखा जाएगा। अब म्यूजियम घूमने आने वाले लोग इस सुरंग को भी देख सकते हैं।
म्यूजियम को अपग्रेड करने का चल रहा है कार्य
चिल्ड्रेन म्यूजियम को वर्ष 2011 में शुरू किया गया था। देश और विदेश के इसमें लोकप्रिय स्मारक और मूर्तियों की लगभग 30 से अधिक कृतियां यहां मौजूद हैं। इनमें कई संस्कृतियों की झलक देखने को मिलती है। अधिकारियों के मुताबिक म्यूजियम में और कृतियां जोड़ी जाएंगी।
सुरंग का एक ही छोर दिखा
यह सुरंग काफी लंबी भी हो सकती है। अभी पूरी तरह से खुदाई न होने पर इसके आकार का पता नहीं लगा पाया है।
खुदाई फिलहाल रोकी
फिलहाल अभी इसकी खुदाई को रोक दिया है और सुरंग के रूप में दिख रही दीवारों को संरक्षित किया जा रहा है।
-प्रवीण सिंह, दिल्ली सर्कल चीफ, सुपरिटेंडेंट आर्कियोलॉजिस्ट, एएसआई।