नई दिल्ली। जी20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों के बीच विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा है कि हम चाहते हैं कि दुनिया वाले भारत में आकर बदलाव को देखें। हम दुनिया को नया भारत दिखाना चाहते हैं। लोग यहां आएं, बदलाव के साथ-साथ भारत के उत्साह और सकारात्मकता को देखें। श्री जयशंकर यहां मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
विदेश मंत्री का तंज, मैं चीनी एंबेसडर को बुला कर नहीं पूछता
इस बार जी20 में 200 बैठकें होंगी, यह भारत के लिए बड़ा अवसर
इस वर्ष भारत में होने वाले पहले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कई तरह के इंतजाम करवाए जा रहे हैं। विदेश मंत्री ने बताया कि इस बार जी20 में 200 बैठकें होंगी। हम दुनिया को यहां आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। इन बैठकों के माध्यम से हम वह दिखाना चाहते हैं, जो हमने हासिल किया है।
इससे पहले एस. जयशंकर ने जी20 शिखर सम्मेलन और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर प्रवक्ताओं, पैनलिस्टों और मीडिया समन्वयकों को खास तौर पर संबोधित किया । उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में जी20 भारत के लिए एक बड़ा अवसर है, इसमें जनभागीदारी बढ़ानी है। उन्होंने बीजेपी प्रवक्ताओं से जी20 की भावना को नई ऊंचाइयों पर ले जाने को भी कहा।
भारत-चीन सीमा पर बोले मंत्री
विदेश मंत्री ने भारत-चीन सीमा विवाद पर भी टिप्पणी की। चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जा करने के विपक्ष के दावों पर एस. जयशंकर ने कहा, ”वे (विपक्ष) अगर किसी जमीन की बात करते हैं तो ये जमीन चीन ने 1962 में कब्ज़ाई थी। यह तो वे (विपक्ष) आपको बताते नहीं , वे ऐसे दिखाएंगे ये सब कल-परसों हुआ है।अगर मेरी सोच में कमी है तो मैं अपनी फौज या इंटेलिजेंस से बात करूंगा लेकिन चीनी एंबेसडर को बुलाकर अपनी खबर के लिए नहीं पूछता।
क्या है जी20
बता दें कि जी20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की जी20 प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच बनाता है। भारत की अध्यक्षता में पहला जी20 शेरपा समिट 4 दिसंबर, 2022 को राजस्थान के उदयपुर में हुआ था। अब यहां जी20 के मुख्य समिट का आयोजन होना है।