ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अंडर ग्रेजुएशन (यूजी) के कोर्स में अब बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इस चार वर्षीय नए पाठ्यक्रम में किताबी शिक्षा के साथ क्षेत्र के अनुभव और सीखने की प्रवृत्ति पर खास जोर दिया जाएगा।
यूजी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए समर टर्म के दौरान 4- क्रेडिट वर्क आधारित लर्निंग इंटर्नशिप से गुजरना होगा। जो छात्र पहले दो सेमेस्टर के बाद बाहर निकलना चाहते हैं उन्हें यूजी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप करनी होगी। फ्रेमवर्क के मुताबिक, नए यूजी प्रोग्राम का एक प्रमुख पहलू छात्र को वास्तविक कार्य स्थितियों में शामिल करना है। सभी छात्र अपने या अन्य संस्थान में किसी फर्म, उद्योग, संकाय, संगठन या प्रयोगशाला में शोधकर्ताओं के साथ प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप आदि से जुड़ेंगे। गर्मी की अवधि के दौरान उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा स्थानीय उद्योग, व्यापार संगठनों, स्थानीय सरकार (जैसे पंचायत, नगरपालिका), संसद या निर्वाचित प्रतिनिधि, मीडिया संगठन, कलाकार, शिल्पकार सहित विभिन्न प्रकार के कोर्स से संबंधित संगठन के साथ इंटर्नशिप का मौका दिलाया जाएगा।
पाठ्यक्रम तय करने की हिदायत
कौशल संवर्द्धन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य व्यावहारिक कौशल, व्यावहारिक प्रशिक्षण, सॉफ्ट कौशल आदि से छात्रों की रोजगार क्षमता बढ़ाना होगा। संस्थान छात्रों की जरूरत और आधारभूत संरचना के मुताबिक पाठ्यक्रम डिजाइन कर सकते हैं। वैल्यू एडेड पाठ्यक्रम सभी यूजी छात्रों के लिए 6-8 क्रेडिट तक कॉमन होंगे। संस्थान छात्रों की जरूरत के मुताबिक पाठ्यक्रम तय कर सकते हैं।
सामाजिक-आर्थिक संदर्भ
यूजीसी फ्रेमवर्क के मुताबिक, फील्ड-बेस्ड लर्निंग माइनर प्रोजेक्ट छात्रों को विभिन्न सामाजिक-आर्थिक संदर्भों को समझने के अवसर प्रदान करेंगे। नई व्यवस्था में छात्रों को नीतियों की प्रत्यक्ष समझ हासिल करने के भी अवसर दिए जाएंगे। यह संबंधित विषय के हिसाब से ग्रीष्म कालीन प्रोजेक्ट, मेजर या माइनर प्रोजेक्ट का हिस्सा होगा।