नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक लोकप्रियता में जो मुकाम हासिल कर लिया है, वैसा मुकाम विश्व के किसी अन्य नेता ने शायद ही हाल-फिलहाल में हासिल किया हो। लोकप्रियता में पीएम मोदी ने जो बाइडेन और ऋषि सुनक समेत दुनिया के अनेक बड़े नेताओं को काफी पीछे छोड़ दिया है। पीएम मोदी लगातार तीसरे साल दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता चुने गए हैं। अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘द मॉर्निंग कंसल्ट’ के सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी ने अप्रूवल रेटिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक समेत दुनिया के 22 देशों के नेताओं को पीछे छोड़ दिया है। ‘द मॉर्निंग कंसल्ट’ ने यह सर्वे इस साल 26 से 31 जनवरी के बीच किया था। इस आधार पर अगर यह कहा जाए कि पीएम मोदी का विश्व में कोई विकल्प नहीं है तो संभवत: अतिशयोक्ति नहीं होगी। सर्वे में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन 7वें और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक 16वें नंबर पर हैं।
‘द मॉर्निंग कंसल्ट’ के सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी की अप्रूवल रेटिंग मई 2020 में सबसे ज्यादा 84 प्रतिशत पर थी। तब भारत कोरोना महामारी से बाहर निकल रहा था। उसी साल जून में जारी हुई अप्रूवल रेटिंग की तुलना में इस बार प्रधानमंत्री मोदी की अप्रूवल रेटिंग बेहतर हुई है। अनेक ऐसे फैक्टर हैं जो पीएम मोदी के लोकप्रिय होने की वजह बन रहे हैं। मोदी सरकार के आने के बाद से भारतीय विदेश नीति में जो धार दिखाई दे रही है, उसका अंदाज़ा शायद दुनिया को पहले नहीं था। पीएम मोदी के नेतृत्व में तमाम वैश्विक मंचों पर दुनिया के इस नजरिए को बदलने में भारत उम्मीद से ज्यादा कामयाब रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने भी अभी हाल ही में कहा है कि रूस-यूक्रेन संकट के हल के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया को एकजुट कर सकता है। इसके अतिरिक्त ‘भारत और अमेरिका सबसे अच्छे दोस्त’, टूटी फूटी हिंदी में डोनाल्ड ट्रंप के मुंह से निकले ये अल्फ़ाज़ पिछले दिनों काफी सुर्खियों में रहे थे। आख़िर ऐसा क्या जादू है भारत और भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री मोदी की शख्सियत में जो आज दुनिया का बड़े से बड़ा नेता, वो चाहे सरकार में हो या विपक्ष में भारतीय प्रधानमंत्री के कुशल व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमता की तारीफ़ करता नज़र आता है।
- पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया को एकजुट कर सकता है : फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों
- मोदी ही विश्व में शांति लाने में सक्षम : ओब्रेडोर
- मोदी की सफलता ने दुनिया को दिखाया कि लोकतंत्र क्या कर सकता है : बाइडेन
- प्रधानमंत्री मोदी ग्रेट लीडर : पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप
याद कीजिए 2014 में पीएम बनने के बाद जब मोदी ने अपने पहले अमेरिका दौरे में ही मेडिसन स्क्वायर के भाषण से वहां मौजूद इंडियन डायस्पोरा का दिल जीत लिया था, उस वक्त अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा थे जिन्हें मोदी माई फ्रेंड ओबामा कहकर संबोधित करते थे। ओबामा के धुर विरोधी और व्यक्तित्व के मामले में उनसे बिल्कुल जुदा डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भी अमेरिका के राष्ट्र प्रमुख के साथ मोदी का ये संबंध बदस्तूर जारी रहा। 2019 में ट्रंप ने मोदी के स्वागतार्थ जो हाउडी मोदी कार्यक्रम रखा, उसे भला कौन भुला सकता है। अब राष्ट्रपति बाइडेन संग भी पीएम मोदी की नज़दीकी साफ नजर आती है। क्वाड बैठक में बाइडेन ने कहा कि मोदी की सफलता ने दुनिया को दिखाया कि लोकतंत्र क्या कर सकता है। – शेष पेज 11 पर
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि 2024 में भाजपा के सामने कहीं कोई मुकाबला नहीं है। उन्होंने साफ तौर से इस ओर इशारा किया कि बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।