नई दिल्ली। इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड (आईएमएफ) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलीना जॉर्जीवा ने कहा कि भारत वर्ल्ड इकोनॉमी में एक ‘ब्राइट स्पॉट’ है, और 2023 की ग्लोबल ग्रोथ में अकेले 15 प्रतिशत का योगदान देगा। वहीं ग्लोबल ग्रोथ में इमर्जिंग मार्केट और डेवलपिंग इकोनॉमीज की हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी होने की उम्मीद जताई है। जॉर्जीवा ने कहा कि डिजिटाइजेशन ने दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को महामारी से बाहर निकाला।
जाॅर्जीवा ने एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में बताया ‘भारत का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि मार्च में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में भारत 6.8 प्रतिशत ग्रोथ रेट बनाए रखेगा। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए हम 6.1 फीसदी का अनुमान लगा रहे हैं, जो वैश्विक औसत से काफी ऊपर है। यह प्रमुख इकोनॉमीज में सबसे तेज विकास दर है।
‘ब्राइट स्पॉट’ होने के 3 कारण
भारत ऐसे समय में एक ब्राइट स्पॉट बना हुआ है जब आईएमएफ ने 2023 में ग्लोबल ग्रोथ को पिछले साल के 3.4 फीसदी से घटाकर 2.9 फीसदी कर दिया है। जॉर्जीवा ने कहा, ‘भारत एक ‘ब्राइट स्पॉट’ क्यों है?’ इसके उन्होंने तीन कारण बताए-
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- – महामारी के प्रभाव पर काबू पाने और विकास और नौकरियों के अवसर पैदा करने के डिजिटलाइजेशन पर काम।
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- – भारत की फिस्कल पॉलिसी आर्थिक स्थितियों के प्रति रिस्पॉन्सिव रही है। नए बजट से भी अच्छे सिग्नल मिलते हैं।
- – भारत ने महामारी के कठिन समय से उबरने के लिए बहुत मजबूत नीतियों को लागू करने में संकोच नहीं किया।
ग्रीन इकोनॉमी पर फोकस
जॉर्जीवा ने कहा ‘मैंने विशेष रूप से नोटिस किया कि भारत ग्रीन इकोनॉमी में निवेश पर कितना ध्यान दे रहा है, जिसमें देश को क्लीन एनर्जी की ओर शिफ्ट करने और विकास को जारी रखने की क्षमता के साथ नवीकरणीय ऊर्जा भी शामिल है।’
-कहा, प्रभावशाली प्रदर्शन के बूते 2023 की ग्लोबल ग्रोथ में भारत का 15 प्रतिशत योगदान रहेगा
जॉर्जीवा के अनुसार, भारत ने डिजिटल आईडी के साथ बहुत साहसी कदम उठाया है।’ वहीं उन्होंने कहा कि ‘भारत की जी20 प्रेसिडेंसी भारत को उसके डिजिटाइजेशन एक्सपीरियंस को और बेहतर तरीके से, विशेष रूप से डेवलपिंग वर्ल्ड के साथ शेयर करने का मौका देती है।’ जॉर्जीवा ने कहा कि भारत द्वारा घोषित जी-20 का आदर्श वाक्य ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ बेहद प्रेरक है। उन्होंने कहा, ‘भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए एक महान आदर्श वाक्य चुना है, जो मुझे लगता है कि हम सभी के लिए एक मानवीय संदेश प्रतिध्वनित करता है–एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य। जितना मैं सोच सकती हूं, यह जी-20 का सबसे प्रेरक आदर्श वाक्य है।’
पाक को दी नसीहत
जॉर्जीवा ने साथ ही कहा कि आईएमएफ से लोन पाने के लिए पाकिस्तान को अभी और कदम उठाने होंगे जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि मजबूत ग्रोथ की नींव कायम है। पाकिस्तान को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कर संग्रह हो, उनका निष्पक्ष वितरण हो और संपन्न लोग अधिक कर का भुगतान करें। अपने ऋण कार्यक्रम की बहाली के लिए अभी पाकिस्तान आईएमएफ से बातचीत कर रहा है। कार्यक्रम की नौंवीं समीक्षा को लेकर समझौता होने पर 1.1 अरब डॉलर की राशि जारी हो सकेगी।