ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। आजकल लैटर या चिट्ठी लिखने वाले को पुराने जमाने की सोच वाला मान लिया जाता है लेकिन केरल में एक ऐसा पोस्ट ऑफिस है, जहां आज भी रोज सादे पोस्टकार्ड, लिफाफे, आसमानी नीले अंतर्देशीय पत्र बड़ी संख्या में आते हैं। ये सारे लैटर स्वामी अयप्पन सबरीमला पोस्ट ऑफिस, पिन कोड-689713 का पता लिखे होते हैं।
यहां के पोस्टमास्टर अरुण पीएस के मुताबिक, केरल के इस डाकघर में अभी भी भगवान अयप्पा के नाम हर रोज 100-150 पत्र मिलते हैं। 1963 में स्थापित डाकघर कोविड के दौरान बंद पड़ा था। 20 जनवरी 2023 तक चलने वाले मंडला-मकरविलक्कू उत्सव को ध्यान में रखते हुए कुछ माह पहले इसे फिर खोला गया। पथानमथिट्टा जिले में पेरियार टाइगर रिजर्व के बीच में सह्याद्री में पहाड़ी की चोटी पर प्रसिद्ध मंदिर के बगल में यह डाकघर स्थित है।
भगवान को क्या लिखते हैं भक्त
पोस्ट मास्टर कहते हैं कि साफ तौर पर तो नहीं कह सकता कि अंतर्देशीय पत्रों और लिफाफों के अंदर क्या होता है, लेकिन इतना मालूम है कि लोग इन पत्रों के जरिए बीमारी या वित्तीय संकट को कम करने के लिए अयप्पा का आशीर्वाद मांगते हैं। शादी, बच्चे के नामकरण समारोह या गृह-प्रवेश के निमंत्रण भी लोग पोस्ट से भेजते हैं। ब्रह्मचारी देवता से लोग अपने प्रेम संबंधों में मिलाप की भी प्रार्थना करते हैं। मंदिर के अधिकारियों को सौंपे जाने से पहले सभी पत्रों को भगवान अयप्पा की मूर्ति के सामने रखा जाता है। पम्बा स्थित डाकघर से पत्र और अन्य डाक सामग्री लाने के लिए दो कार्यकर्ता बारी-बारी से पहाड़ी के नीचे जाते हैं।
चढ़ावा भी भेजा जाता है
डाकघर के कर्मचारी अन्य डाक मंडलों से प्रतिनियुक्ति पर हैं। वर्तमान में, पोस्टमास्टर अरुण के अलावा एक डाकिया और दो मल्टी-टास्किंग कर्मचारी हैं। चारों पोस्ट ऑफिस से लगे एक कमरे में रहते हैं। देवता को 10 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक के मनी ऑर्डर भी मिलते हैं। मंदिर में वितरित अरावण प्रसाद को देश के किसी भी डाकघर से ऑनलाइन बुक किया जा सकता है, और सन्निधानम (मंदिर परिसर) स्थित डाकघर ऑनलाइन आदेश प्राप्त होने के सात दिनों के भीतर इसे भेज देता है।
अब बढ़ गई है ऑनलाइन बुकिंग
केके डेविस, निदेशक डाक सेवा, मुख्यालय, तिरुवनंतपुरम ने बताया कि कुछ साल पहले तक डाकघर को विभिन्न अनुष्ठानों के लिए भक्तों से मनी ऑर्डर के रूप में प्रतिदिन हजारों रुपये प्राप्त होते थे। अब इस तरह के अनुष्ठानों को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप मनी ऑर्डर कम हो गए हैं।तीर्थयात्री इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से देश भर के किसी भी बैंक से पैसे भी निकाल सकते हैं
पोस्ट ऑफिस की अनूठी सील
सबरीमला अय्यप्पा की मूर्ति और मंदिर की 18 स्वर्ण सीढ़ियों के साथ इस डाकघर की अनूठी मुहर 1974 में शुरू की गई थी। यह तीर्थयात्रियों के लिए बड़ा आकर्षण है। कई लोग यहां से अपने निकट और प्रिय लोगों को पत्र और पोस्टकार्ड पोस्ट करते हैं ताकि उन्हें मुहर की छाप के साथ एक स्मृति चिन्ह दिया जा सके जिसे वे जीवन भर संजो कर रख सकते हैं। जब तीर्थयात्रा के मौसम के बाद डाकघर बंद हो जाता है, तो सील को पठानमथिट्टा डाक अधीक्षक के लॉकर में जमा करा दिया जाता है।