डॉ. सीमा द्विवेदी
नई दिल्ली। देश का कृत्रिम मेधा कार्यक्रम भारत को 2026 तक 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मददगार होगा। देश के कृत्रिम मेधा (एआई) कार्यक्रम पर जारी रिपोर्ट में यह बात कही गयी है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि रोबोटिक्स पर राष्ट्रीय रणनीति का मसौदा बहुवर्षीय भारत एआई कार्यक्रम का हिस्सा होगा।
उन्होंने कहा, ”इस कार्यक्रम के जरिए एआई देश को 1,000 अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मददगार बनेगा।”
मंत्री ने इससे पहले कहा था कि सरकार की योजना 2026 तक भारत को 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने की है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप परिवेश का समर्थन करने के अलावा भारत का एआई कार्यक्रम देश में व्यापक कौशल, कंप्यूटर बुनियादी ढांचे के निर्माण आदि पर ध्यान केंद्रित करेगा। रिपोर्ट में घरेलू स्टार्टअप और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी भारत डेटा सेट मंच बनाने की सिफारिश की गई है।
– मंत्रालय ने 31 अक्टूबर तक मांगे सुझाव
चंद्रशेखर ने कहा, ”भारत एआई कंप्यूटर मंच एक पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) परियोजना होगी, जो हमारे स्टार्टअप और शोधकर्ताओं के लिए पर्याप्त जीपीयू (ग्राफिकल प्रोसेस यूनिट) क्षमता तैयार करेगी।”उन्होंने कहा कि भारत डेटा सेट आंकड़ों का एक संग्रह होगा, जिसका उपयोग भारतीय शोधकर्ता और स्टार्टअप करेंगे।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने रोबोटिक्स पर राष्ट्रीय रणनीति के लिए एक परामर्श पत्र जारी किया है। इस पर 31 अक्टूबर तक सुझाव दिये जा सकते हैं।