ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रमुख सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को जामिया मिल्लिया इस्लामिया का कुलाधिपति चुना गया है। सैफुद्दीन 2014 से दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रमुख हैं। उन्होंने नजमा हेपतुल्ला की जगह ली है। नजमा हेपतुल्ला का विश्वविद्यालय के चांसलर के रूप में पांच साल का कार्यकाल पिछले वर्ष पूरा हो गया था।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, जामिया मिलिया इस्लामिया की अदालत (अंजुमन) के सदस्यों ने सर्वसम्मति से 14 मार्च, 2023 से पांच साल की अवधि के लिए सैफुद्दीन को विश्वविद्यालय का कुलाधिपति चुना है। अधिकारी ने बताया कि कहा कि सैफुद्दीन 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों की सूची में शामिल हैं। विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि सैफुद्दीन ने शिक्षा, पर्यावरण, सामाजिक-आर्थिक पहलुओं आदि पर विशेष ध्यान देने के साथ समाज की बेहतरी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
विश्वविद्यालय ने कहा कि सैफुद्दीन द्वारा देखे जाने वाले वैश्विक कार्यक्रमों में सैफी बुरहानी अपलिफ्ट प्रोजेक्ट, टर्निंग द टाइड, प्रोजेक्ट राइज, एफएमबी कम्युनिटी किचन, भोजन की बर्बादी में कमी, पर्यावरण की रक्षा आदि शामिल हैं।
विश्वविद्यालय के अनुसार, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में उनके योगदान के उपलक्ष्य में एक प्रशस्ति पत्र पढ़ा गया और कई देशों में उन्हें राज्य अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया। बता दें कि वह अल-अजहर विश्वविद्यालय और काहिरा विश्वविद्यालय, मिस्र के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने 10 फरवरी को मुंबई में अल-जामिया-तुस-सैफिया के एक नए परिसर का भी उद्घाटन किया।
वह देश और दुनिया भर में परोपकारी कार्य करते रहे हैं। बयान में कहा गया है कि उन्होंने स्थायी कृषि प्रणाली की शुरुआत की, स्थानीय बुनियादी ढांचे को बढ़ाया और यमन में लड़कियों और लड़कों दोनों को शिक्षा की समान पहुंच प्रदान की।