ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। देश में आम बजट की तारीख नजदीक आती जा रही है और इसे लेकर उद्योग जगत में सरगर्मी बढ़ गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बजट से पहले नीति आयोग में अर्थशास्त्रियों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बैठक करेंगे। पीएम मोदी इस दौरान अर्थव्यवस्था की स्थिति और आर्थिक वृद्धि दर को गति देने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान
चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस बैठक में कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे। मांग में नरमी के साथ देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत रह सकती है। सांख्यिकी मंत्रालय के पहले आधिकारिक अनुमान के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि को लेकर यह बात कही गई है। हालांकि, यह भारतीय रिजर्व बैंक के 6.8 प्रतिशत के अनुमान से कहीं अधिक है। भारत की जीडीपी वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में 6.3 प्रतिशत रही थी। बता दें कि आम बजट से पहले उद्योग जगत और आम आदमी को टैक्स की दरों में कटौती और व्यापार से जुड़ी अन्य सुविधाओं में राहत मिलने की उम्मीद है। कई व्यापारिक संगठनों ने सरकार और वित्त मंत्री के सामने प्री-बजट बैठकों में अपनी तमाम राय रखी है। हालांकि आम आदमी को सरकार कितनी राहत देती है, इसका पता 1 फरवरी को लगेगा, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश के सामने अपना बजट भाषण पढ़ेंगी।