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वाराणसी। देश में शुरू होने जा रहा एक सफर यादगार व भारत की शान बनने जा रहा है। जलमार्गों के महत्वपूर्ण विस्तार के साथ भारत का पर्यटन उद्योग एक शानदार नई यात्रा शुरू करने को तैयार है। वाराणसी में गंगा नदी से डिब्रूगढ़ की ब्रह्मपुत्र नदी तक दुनिया की सबसे लंबी दूरी तय करने इस रिवर क्रूज ने यात्रा शुरू कर दी है। दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज 3200 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करता हुआ बांग्लादेश से होता हुआ डिब्रूगढ़ तक जाएगा।
क्रूज को 2018 से प्रोमोट किया जा रहा था और 2020 में लॉन्च किया जाना था लेकिन कोविड -19 महामारी के कारण परियोजना में देरी हुई। बता दें कि 50 दिनों में, लग्जरी बोट गंगा-भागीरथी-हुगली, ब्रह्मपुत्र और वेस्ट कोस्ट नहर सहित भारत में 27 नदियों की यात्रा करते हुए 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल के लिए कई परियोजनाओं की घोषणा करते हुए बयान दिया, ‘यह दुनिया में एक अनूठा क्रूज होगा और भारत में बढ़ते क्रूज पर्यटन का प्रतिबिंब होगा। मैं पश्चिम बंगाल के लोगों से इसका लाभ उठाने का अनुरोध करता हूं।’
कोलकाता के तट से वाराणसी पहुंचा क्रूज
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रवक्ता के अनुसार, ‘गंगा विलास क्रूज, जो 22 दिसंबर को कोलकाता के तट से 32 स्विस विजिटर के साथ रवाना हुआ था, 6 जनवरी को वाराणसी पहुंच गया।’ आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार गंगा विलास की क्षमता 80 यात्रियों की है। नौका एक शानदार नदी क्रूजर है जिसमें 18 सुइट और सभी आवश्यक सुविधाएं हैं।
जहाज पर एक भव्य रेस्तरां, स्पा और सनडेक भी है। मेन डेक पर इसके 40 सीटों वाले रेस्तरां में कॉन्टिनेंटल और भारतीय व्यंजनों के साथ कुछ बुफे काउंटर हैं। ऊपरी डेक की बाहरी सेटिंग में रियल टीक स्टीमर कुर्सियों और कॉफी टेबल के साथ बार शामिल है। जहाज पर 18 सुंदर ढंग से सजाए गए सुइट हैं।