ब्लिट्ज ब्यूरो
बाली (इंडोनेशिया)। इंडोनेशिया के बाली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया-भारत के संबंध हजारों साल पुराने हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया और बाली आने के बाद हर हिंदुस्तानी को एक अलग अहसास होता है। मैं भी वही वाइब्रेशन्स फील कर रहा हूं। हम हजारों साल से इस परंपरा को निभा रहे हैं।
हम बाली में हैं और यहां से डेढ़ हजार किलोमीटर दूर कटक में बाली जात्रा (यात्रा) चल रही है। हम लोग अकसर बातचीत में कहते हैं- इट्स ए स्मॉल वर्ल्ड। समंदर की लहरों ने दोनों देशों के नातों को जीवंत बना रखा है। भारतीय यहां के विकास में सहयात्री बने हुए हैं। हमने इंडोनेशिया के कलाकार को पद्मश्री से सम्मानित किया था। तब राष्ट्रपति भवन तालियों से गूंज उठा था। भारत की सबसे बड़ी विशेषता अतिथि देवो भव है और इंडोनेशिया के लोगों का अपनत्व भी कम नहीं है।
बाली में मौजूद भारतीय समुदाय के लोग मोदी के भाषण के काफी पहले ही हॉल में पहुंच गए थे। पिछली बार मैं जब यहां आया था तो राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ पतंग उड़ाई थी। मुझे गुजरात में मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने का काफी अनुभव है। हम सुख-दुख के साथी हैं। 2018 में जब यहां भूकंप आया तो हमने ऑपरेशन समुद्र मैत्री चलाया था। हम 99 नॉटिकल मील दूर नहीं, 99 नॉटिकल पास हैं। भारत में अगर हिमालय है तो यहां आगुंग है। भारत में अगर गंगा है तो बाली में भी गंगा है। यहां भी श्रीगणेश घर-घर विराजमान हैं। अनगिनत बातें हमें जोड़े रखती हैं। यहां का जन-जन महाभारत के साथ बड़ा होता है।
दुनिया की अनगिनत कंपनियों के सीईओ भारतीय हैं। 10 में से एक यूनिकॉर्न भारत का है। डिजिटल ट्रांजेक्शन के मामले में हम नंबर एक हैं। 2014 के पहले और 2014 के बाद के भारत में बहुत फर्क है। वो जो बहुत बड़ा फर्क वो मोदी नहीं है, वो स्किल और स्पीड है। स्टैच्यू हो या स्टेडियम सबसे बड़े ही बनाए। अमेरिका की जो कुल आबादी है, उतने तो हमने बैंक अकाउंट खोले हैं। हमने 3 करोड़ घर बनाए यानी जैसे ऑस्ट्रेलिया के हर नागरिक को घर मिल जाए। 55 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए हैं। यह पूरी धरती के करीब-करीब डेढ़ चक्क र लगाने के बराबर है।
लोगों ने ‘मोदी, मोदी’ का नारा बुलंद किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाली, इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में सभी को बधाई दी। लोगों ने ‘मोदी, मोदी’ का नारा बुलंद किया।
मोदी से खुद मिलने पहुंचे राष्ट्रपति जो बाइडेन
समिट के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद मोदी से मिलने पहुंचे। दरअसल बाइडेन को मोदी देख नहीं पाए थे। वो दूसरी तरफ जा रहे थे। इसी दौरान बाइडेन ने उन्हें पुकारा और फिर दोनों ठहाके लगाते नजर आए। कुछ मिनट बाद पीएम ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को बुलाया और उनसे बातचीत की।
गलवान झड़प के बाद पहली बार मिले मोदी और जिनपिंग, जी20 में डिनर के दौरान हुई मुलाकात
बाली। इंडोनेशिया के बाली में जी-20 सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई। जी-20 डिनर के दौरान दोनों नेता मिले और हाथ मिलाने के बाद कुछ देर तक बात करते रहे। बता दें कि साल 2020 में हुई गलवान झड़प के बाद किसी मंच पर मोदी और जिनपिंग की यह पहली मुलाकात है। गलवान झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। वहीं इसके बाद चीन के साथ सीमा पर तनाव के हालात बने हुए हैं।
ऋषि सुनक व मैक्रों से मिले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
बाली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया की राजधानी बाली में जी-20 की बैठक के पहले दिन ब्रिटेन के नए नवेले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से एक अनौपचारिक मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने दोनों की मुलाकात की जानकारी देते हुए एक तस्वीर भी साझा की।
आपको बता दें कि ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं। उन्होंने हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली है। वह भारत के मशहूर उद्योगपति और इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद भी हैं।
पीएम मोदी ने इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी गर्मजोशी से मुलाकात की थी। आपको बता दें कि अभी तक उनकी किसी भी देश के साथ द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है। इन्हें अनौपचारिक मुलाकातों की तरह देखा जा रहा है।
मोदी जी एक सच्चे नेता, मुझे उनसे प्रेरणा मिलती है…
मोदी जी एक सच्चे नेता हैं, मुझे उनसे बहुत प्रेरणा मिलती है। मेरे लिए यह बहुत ही भावनात्मक अहसास था जब उन्होंने मेरे द्वारा किए गए अच्छे काम के लिए तीन बार मेरा नाम लिया। मेरा मानना है कि काम बड़ा नहीं बल्कि ईमानदार होना चाहिए। – इंडोनेशिया के पद्मश्री पुरस्कार विजेता अगुस इंद्र उदयन का कथन।