सिंधु झा
भारत ने मोबाइल स्पीड टेस्ट के मामले में ऊंची छलांग लगाई है। भारत में 5जी सेवा अक्टूबर 2022 में शुरू की गई थी, जिसके बाद से ग्लोबल स्पीड टेस्ट इंडेक्स में देश ने कई पायदान की ऊंचाई हासिल कर ली है। एक ताजा सर्वे में इसका खुलासा किया गया है। यह रिपोर्ट ऊकला की तरफ से जारी की गई है। जिसके मुताबिक भारत में औसत डाउनलोड स्पीड 115 फीसद तक बढ़ गई है।
5जी के आने बाद भारत में मोबाइल नेटवर्क की स्पीड और क्वालिटी में काफी सुधार आया है। विश्व स्तर पर इंटरनेट स्पीड और नेटवर्क का सर्वे करने वाले प्लेटफॉर्म ऊकला के अनुसार भारत में औसत डाउनलोड स्पीड 115फीसद तक बढ़ गई है। सितंबर 2022 में जहां यह 13.87 एमबीपीएस थी, अब जनवरी 2023 में बढ़कर 29.85 एमबीपीएस हो गई है। यानि कि प्रति सेकंड अब लगभग 30 एमबी की दर से डेटा डाउनलोड भारत में किया जाने लगा है।
49 पायदान की छलांग
ऊकला के स्पीड टेस्ट ग्लोबल इंडेक्स में भारत कई पायदान ऊपर चढ़ आया है। सितंबर 2022 में जहां यह 118वें नम्बर पर था, अब जनवरी 2023 में इसका स्थान 69वां हो गया है। देश ने इंडेक्स में 49 पायदान की छलांग लगा ली है। भारत अब कई जी20 देशों से इस लिस्ट में आगे आ गया है जिनमें मेक्सिको, रूस और अर्जेंटिना के साथ ही भारत के पड़ोसी देश जैसे इंडोनेशिया, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान भी शामिल हैं।
अब मुकाबला तुर्किये, द. अफ्रीका से
रिपोर्ट कहती है कि अब भारत तुर्किये, साउथ अफ्रीका और ब्राजील जैसे देशों के साथ मुकाबले में हैं। तुर्किये में औसत डाउनलोड स्पीड 30.98 एमबीपीएस है और देश 65वें स्थान पर है। वहीं, साउथ अफ्रीका में यह 34.71एमबीपीएस है और वह 58वें स्थान पर है। ब्राजील 35.85 एमबीपीएस स्पीड के साथ 57वें स्थान पर है।
रिपोर्ट के मुताबिक शुरुआत में जब 5जी सर्विसेज लॉन्च की गई थीं, उस समय यूजर्स को 5जी डिवाइसेज पर स्पीड में अलग अलग क्षेत्रों के हिसाब से बड़ा अंतर देखने को मिल रहा था। उदाहरण के लिए उस वक्त गुजरात में औसत डाउनलोड स्पीड 512.57एमबीपीएस थी, जबकि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में यह केवल 19.23एमबीपीएस थी। लेकिन जनवरी 2023 तक आते आते लगभग सभी टेलीकॉम सर्कलों में यह 200 एमबीपीएस के करीब पहुंच चुकी है। हालांकि इसमें जम्मू-कश्मीर और कोलकाता में अभी भी बड़ा अंतर बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर और कोलकाता में औसत डाउनलोड स्पीड 500 एमबीपीएस के करीब है।