ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। पुणे में दो और गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। इससे शहर में कुल मामलों की संख्या 15 हो गई है। पिछले हफ़्ते में ही नौ नए मामलों की पुष्टि हुई। वहां संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पुणे नगर निगम स्थिति पर नजर रख रहा है, उसने कुल 109 सैंपल टेस्टिंग के लिए राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) प्रयोगशाला में भेजे हैं। हाल ही में भेजे गए नमूनों में से 16 गर्भवती महिलाओं के थे।
जीका वायरस के लक्षण
इसके लक्षण बेहद आम हैं। इनमें शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और सिर में दर्द शामिल है।
संक्रमित महिलाओं में से एक सिंहगढ़ रोड इलाके में रहती है और मौजूदा समय में 12 सप्ताह की गर्भवती है। येरवडा में रहने वाली दूसरी महिला 7 सप्ताह की गर्भवती है। दोनों की हालत स्थिर बताई गई है। एक पुरुष में भी जीका वायरस की पुष्टि हुई है।
– 109 सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे गए
एडवाइजरी जारी हो चुकी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले दिनों जीका वायरस को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच और जीका से संक्रमित गर्भवती महिलाओं के भ्रूण के विकास की निगरानी के जरिए लगातार नजर रखने को कहा है।
स्वास्थ्य सुविधाओं और अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे कैंपस को एडीज मच्छरों से मुक्त रखें। साथ ही निगरानी और कार्रवाई करने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए।
ये दिए निर्देश
एडवाइजरी में राज्यों को रेसिडेंशियल एरिया, वर्कप्लेस, स्कूल, कंस्ट्रक्शन साइट, इंस्टीट्यूशन और हेल्थ फैसिलिटी वाली जगह पर निगरानी को मजबूत करने और वेक्टर कंट्रोल एक्टिविटीज को तेज करने के लिए कहा गया है।
ऐसा है जीका का दंश
गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस भ्रूण में माइक्रोसेफली (एक ऐसी स्थिति जिसमें असामान्य मस्तिष्क विकास के कारण सिर काफी छोटा हो जाता है) का कारण बन सकता है।
क्या है जीका वायरस?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। एडीज मच्छरों के काटने से ही डेंगू, चिकनगुनिया और येलो फीवर भी फैलता है। ये तीनों वायरस लगभग एक जैसे ही हैं। इन तीनों के फैलने की शुरुआत पश्चिम, मध्य अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया से हुई। जीका वायरस गर्भवती महिला से गर्भ मे पल रहे बच्चे में फैलता है।