विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि युवाओं के लिए मेरा संदेश है कि वे बड़ा सोचें। युवा सिर्फ वहीं प्रगति करते हैं जहां उन्हें आशावाद, अवसर और खुलापन मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के असाधारण आयोजन से दुनिया अचंभित है लेकिन वे आश्चर्यचकित नहीं हैं क्योंकि जब युवा किसी कार्यक्रम से जुड़ते हैं तो उसकी सफलता सुनिश्चित होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश की विकास यात्रा को जारी रखने के लिए स्वच्छ, स्पष्ट और स्थिर शासन आवश्यक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने गत 26 सितंबर को जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट फिनाले कार्यक्रम में यह भी कहा कि भारत की रेंज का कोई मुकाबला नहीं है। आप किसी भी अवसर को मामूली मत समझें। हमने इसी अप्रोच के साथ जी20 को इतना बड़ा बनाया। भारत की विविधता और लोकतंत्र ने जी20 को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। पीएम मोदी ने युवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारत का जी20 का आयोजन इसीलिए इस ऊंचाई तक पहुंचा पाया क्योंकि आप जैसे युवा छात्रों ने इसका बीड़ा उठाया था।
पीएम ने कहा कि हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। भारत पर दुनिया का भरोसा बुलंद है। भारत में निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। हमारा निर्यात और आयात रिकॉर्ड बना रहा है। उन्होंने दावा किया कि पिछले पांच साल में साढ़े 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर आए हैं।
– भारत की रेंज का कोई मुकाबला नहीं, भारत पर दुनिया का भरोसा बुलंद
– विकास की गति व पैमाना 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षा के अनुरूप
– चंद्रयान-3, सूर्यमिशन, जी20 और नारी शक्ति वंदन बिल पर गौरवान्वित
पीएम बोले, मैं जानता हूं कि कई युवा नौकरी देने वाले बनना चाहते हैं। पिछले नौ साल में पांच लाख कॉमन सर्विस सेंटर खोले गए। इनमें से हर एक में दो से लेकर पांच लोगों को नौकरी मिली है। ये राजनीतिक स्थिरता और लोकतांत्रिक मूल्य का नतीजा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर काबू करने के लिए हमने कई काम किए हैं। मैं हैरान हूं कि मुझ पर आरोप लगाते हैं कि मैं लोगों को जेल में डालता हूं। जिन्होंने देश का माल चोरी किया है तो उन्हें कहां रहना चाहिए। इससे कुछ लोग बड़े परेशान हैं। 2014 से पहले भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद कर रखा था। नई टेक्नोलॉजी आधारित सिस्टम और रिफॉर्म लाकर दलालों को सिस्टम से बाहर कर एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है। बेईमानों को सजा, ईमानदारी को सम्मान दिया जा रहा है।
अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 30 दिनों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, गरीबों, मध्यम वर्ग को सशक्त बनाने के लिए कई पहल की गईं। सरकार ने कारीगरों के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की। आपने सोच लिया तो भारत को 2047 तक विकसित देश बनने से कोई रोक नहीं सकता। भारत ही नहीं बल्कि आपकी (युवा) तरफ पूरी दुनिया देख रही है। मैं देश को असंभव लगने वाली गारंटी दे पाता हूं। इसके पीछे आप ही ताकत है।
छात्रों को ‘मेक इन भारत’ का महत्व बताया
पीएम मोदी ने छात्रों को होमवर्क देते हुए कहा कि उस चीज की लिस्ट बनाएं जो 24 घंटे में वो इस्तेमाल करते हैं। इसमें देखें कि कौन सा सामान हिंदुस्तान का है और कौन सा विदेश का। आप अपने देश का प्रॉडक्ट खरीदना शुरू करें तो व्यापार बढ़ेगा।
इसके पहले हाल ही में 11 राज्यों के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली नौ ‘वंदे भारत’ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते समय पीएम मोदी ने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास की गति व पैमाना 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं से मेल खाता है। 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर राज्य और हर राज्य के लोगों का विकास जरूरी है और सरकार ‘गति को एक आकांक्षा मानती है और स्केल को ताकत।’ सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी राज्य पीछे न छूटे। ‘हमें सबका साथ, सबका विकास के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा।’ भारत में आज आत्मविश्वास का जो वातावरण बना है, वैसा कई दशकों में नहीं हुआ। चंद्रयान-3, जी20 के सफल आयोजन और भारत के पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल-1’ के प्रक्षेपण का जिक्र इस बात की पुष्टि करते हैं। हर भारतवासी नए भारत की उपलब्धियों से गौरवान्वित है। देश की आधी आबादी को और सशक्त बनाने के लिए हाल ही में संसद के विशेष सत्र में सर्वसम्मति से पारित कराया गया ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ ‘सोने पर सुहागा’ से कम नहीं है। पीएम मोदी देश की बढ़ती युवा व महिला शक्ति, मेहनती श्रमिकों और किसानों, प्रतिभाशाली कारीगरों और बुनकरों तथा एक समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा की संपदा पर पूर्ण विश्वास रखते हैं जिनके कारण आज दुनिया भर में भारत अपनी पहचान बना रहा है।