नई दिल्ली। रोजाना चार घंटे की शारीरिक गतिविधि और आठ घंटे की नींद लेने से जीवनभर स्वस्थ रहा जा सकता है। इससे उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी कई बीमारियां से भी छुटकारा पाया जा सकता है। विज्ञान पत्रिका जर्नल डायबेटोलोजिया में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
शोधार्थियों ने कहा, चार घंटे की शारीरिक गतिविधि का प्रमुख उद्देश्य वजन पर नियंत्रण रखना होना चाहिए। इसका अर्थ यह नहीं है कि सिर्फ हल्की गतिविधियों के सहारे वजन कम किया जा सकता है। इसके लिए तीव्र और जोरदार व्यायाम का सहारा लिया जाना चाहिए। इसके अलावा, आठ घंटे की नींद भी जरूरी है, जिससे व्यायाम से होने वाली थकान दूर करने और भोजन पचाने में मदद मिल सकती है। शोधार्थियों ने कहा, बैठने में अधिक बिताया गया समय उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है।
व्यायाम का समय होने पर सोते रहना घातक
प्रमुख शोधार्थी बैंकेनरिज ने बताया, रोजाना की दिनचर्या के हिसाब से यदि व्यायाम की जगह नींद ली जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि तीव्र व्यायामों के लिए एक निश्चित समय निकाला जाए। वहीं, हल्की फुल्की गतिविधियों के बीच में झपकी ली जा सकती है। व्यायाम और घरेलू कामी के बीच भी अंतराल होना जरूरी है। चार घंटे की शारीरिक गतिविधि का अर्थ यह नहीं कि लगातार इसमें व्यस्त रहा जाए, बल्कि दिनभर इतना समय दिया जाना चाहिए।
– वजन पर नियंत्रण रखना है जरूरी
– आठ घंटे की नींद भी घटाती है रोगों का खतरा
घर के छोटे-बड़े काम और कसरत भी है जरूरी
अध्ययन के मुताबिक, ‘उत्तम स्वास्थ्य के लिए हल्की, मध्यम और कुछ तीव्र गतिविधियों को दिनचर्या में शामिल किया जाना चाहिए। हल्की-फुल्की गतिविधि घर के काम करने से लेकर रात का खाना बनाने तक हो सकती है, जबकि माध्यम और जोरदार व्यायाम में तेज चलना या जिम वर्कआउट जैसी गतिविधि शामिल होती है। इसके जरिये फिट रह सकते हैं। व्यायाम के लाभ जल्दी नजर आते हैं।
इस तरह हुआ अध्ययन
ऑस्ट्रेलिया स्थित स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधार्थियों ने दो हजार से अधिक लोगों को अध्ययन में शामिल किया। उनके शारीरिक रूप से सक्रिय रहने में बिताए गए समय का डाटा एकत्रित किया। पाया कि घरेलू कामों और व्यायाम में व्यस्त रहने वाले लोग अधिक स्वस्थ है। 30 फीसदी लोग मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रसित पाए गए, जो रोजाना शारीरिक गतिविधि नहीं करते थे।