ललित दुबे
न्यूयॉर्क। नौवें योग दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र में आयोजित योग सत्र में पीएम नरेंद्र मोदी ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है। यूएन में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज के अनुसार मोदी दुनिया के इकलौते पीएम बन गए हैं, जिन्होंने इतनी बड़ी तादाद में विदेशी डेलीगेट्स (191 देशों के ) के साथ योग किया।
मोदी के नेतृत्व में बना गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
न्यूयॉर्क में यूएन हेडक्वार्टर में सभी देशों के आफिस मौजूद हैं। इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के उच्च अधिकारियों के साथ विभिन्न देशों के डिप्लोमैट्स और दुनिया भर से खास शख्सियतें मौजूद रहीं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक और प्रवक्ता माइकल एम्पि्रक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में योग सत्र ने सर्वाधिक देशों से लोगों की भागीदारी के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। पीएम मोदी ने कहा कि योग भारत से आता है। सभी प्राचीन भारतीय परंपराओं की तरह यह भी जीवंत और गतिशील है। उन्होंने कहा कि योग शांति, स्वस्थ व हरित दुनिया की गारंटी है। यह स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव से जीने का तरीका है। पीएम बोले, योग मतलब यूनाइट। योग कॉपीराइट-रॉयल्टी और पेटेंट फ्री है। आइए हम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लक्ष्य को साकार करने के लिए हाथ मिलाएं।
बापू की प्रतिमा पर चढ़ाए फूल
योग कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के लॉन में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पुरस्कार विजेता अंतरराष्ट्रीय गायिका मैरी मिलबेन भारतीय परिधान में पहुंचीं।
रिचर्ड गेरे ने भी भाग लिया
योग दिवस कार्यक्रम में हालीवुड के दिग्गज रिचर्ड गेरे ने भी भाग लिया। तीन बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज ने कहा कि मैं उत्साहित हूं।
न्यूयॉर्क में आहार विशेषज्ञ इंदु जायसवाल ने कहा कि हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया। प्रवासी भारतीय समुदाय की सदस्य डॉ. शीतल देसाई ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ योग करके उत्साहित हैं।
मोदी ने सूरत को गिनीज रिकॉर्ड बनाने पर दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने सूरत में 1.25 लाख लोगों के एक साथ योग करने एवं गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर बधाई दी है। सूरत में 12 किलोमीटर के क्षेत्रफल में सवा लाख लोगों ने योग किया और नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।
क्या हैं बाइडन दंपत्ति को दिए गए उपहार
न्यूयार्क। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के साथ डिनर के बाद उन्हें 10 तरह के तोहफे दिए। इन तोहफों को सहस्र पूर्ण चंद्रोदयम उत्सव का हिस्सा माना जाता है। राष्ट्रपति बाइडन जीवन के 80 साल पूरे कर चुके हैं। तोहफों का कनेक्शन उनकी उम्र से है। यजुर्वेद में कहा गया है कि जब कोई व्यक्ति 80 साल और 8 माह की उम्र पूरी कर लेता है, तो वो ‘दृष्ट सहस्रचंद्र’ कहलाता है यानी ऐसा व्यक्ति जिसने 1000 पूर्ण चंद्रमा देखे हों।
ये हैं तोहफे : सबसे पहले पीएम मोदी ने अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन को 7.5 कैरेट का हीरा दिया है। यह प्रयोगशाला में विकसित हुआ है। इसे रखने के लिए बेहद सुंदर डिब्बा तैयार किया गया जिसका नाम पपीयर माचे है
विशेष चंदन का डिब्बा: पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को विशेष चंदन का डिब्बा भेंट किया जिसे जयपुर के शिल्पकार द्वारा हाथ से बनाया गया है। इस पर मैसूर से लाए गए चंदन में जटिल रूप से नक्काशीदार वनस्पतियों और जीवों के पैटर्न हैं।
हाथ से बनाया गया बॉक्स: भारतीय पीएम ने विशेष बाॅक्स दिया जिसके अंदर भगवान गणेश जी की मूर्ति है। यह कोलकाता में हस्तनिर्मित किया गया है। इस बाॅक्स में चांदी का दीया भी है। इस दीये को भी कोलकाता के चांदी कारीगरों ने बनाया।
– बॉक्स में 99.5 फीसदी शुद्ध और हॉलमार्क वाला चांदी का सिक्क ाभी है। इसे राजस्थान के कारीगरों द्वारा तैयार किया गया। nलवंदन (नमक का दान) के लिए गुजरात का लवन या नमक भेंट किया गया है।
– विशेष बॉक्स में पश्चिम बंगाल के कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित चांदी का नारियल, मैसूर का चंदन का सुगंधित टुकड़ा, तमिलनाडु के तिल या सफेद तिल के बीज, राजस्थान का 24 कैरेट शुद्ध और हॉलमार्क वाला सोने का सिक्का व चांदी का दीया व उत्तर प्रदेश का ताम्र पत्र शामिल हैं।
– चार खास डिब्बों में से पंजाब का घी या मक्खन, झारखंड का टसर रेशम का कपड़ा, उत्तराखंड का लंबे दाने वाला चावल, महाराष्ट्र का गुड़ शामिल हैं।
– ‘द टेन प्रिंसिपल उपनिषद’ के पहले संस्करण की प्रति भी दी।