इस विश्व चैंपियनशिप की एक और खास बात यह रही कि पहली बार शीर्ष आठ में तीन भारतीय रहे। नीरज चोपड़ा पहले, किशोर जेना पांचवें और डीपी मनु छठे स्थान पर रहे।
इस तरह चले अटैम्प्ट
पहला : ओलिंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फाउल से शुरुआत की। पहले प्रयास में फिनलैंड के ओलिवर हेलैंडर ने 83.38 मीटर स्कोर किया और टॉप पर रहे। नीरज चोपड़ा 12वें नंबर पर रहे। किशोर जेना ने 75.6 और डीपी मनु ने 78.44 मीटर थ्रो किया। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 74.80 मीटर डिस्टेंस तक भाला फेंका।
दूसरा : टॉप पर आए नीरज नीरज ने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर स्कोर कर जेवलिन फाइनल का बेस्ट स्कोर किया और पहला स्थान हासिल कर लिया जो आखिरी तक कायम रहा। दूसरे अटैम्प्ट में किशोर जेना ने 82.82 और पाकिस्तान के अरशद ने 82.81 मीटर थ्रो किया। डीपी मनु का थ्रो फाउल रहा, जबकि जर्मनी के जुलियन वेबर 85.79 मीटर के साथ दूसरे और चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच 84.18 मीटर के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
तीसरा: अरशद ने सीजन बेस्ट थ्रो किया तीसरे अटैम्प्ट में नीरज ने 86.32 मीटर थ्रो किया, उनके बाद अरशद नदीम ने 87.82 मीटर थ्रोकर नंबर-2 पोजिशन हासिल की। किशोर जेना का थर्ड अटैम्प्ट फाउल रहा, वहीं मनु ने 83.73 मीटर थ्रो किया।
चौथा : अरशद ने फिर 87 मीटर पार किया। नीरज ने चौथे अटैम्प्ट में 84.64 मीटर थ्रो किया, जबकि अरशद इस थ्रो में एक बार फिर नीरज के बेस्ट थ्रो के करीब पहुंचे, उन्होंने 87.15 मीटर थ्रो किया, लेकिन पहले नंबर पर नहीं आ सके। किशोर जेना ने चौथे प्रयास में 80.19 मीटर थ्रो किया, वहीं मनु का थ्रो फाउल रहा।
पांचवां : नीरज भी 87 मीटर से ऊपर गए, चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच ने पांचवें अटैम्प्ट में 86.67 मीटर थ्रोकर तीसरा स्थान हासिल किया। नीरज ने इस अटैम्प्ट में 87.73 मीटर स्कोर किया, वहीं अरशद का थ्रो फाउल रहा। किशोर जेना ने अपना बेस्ट थ्रो कर 84.77 मीटर भाला फेंका और पांचवें नंबर पर पहुंचे। मनु 83.48 मीटर थ्रो फेंककर छठे नंबर पर रहे।
छठा : अटैम्प्ट खत्म होने के साथ नीरज ने जीता ऐतिहासिक गोल्ड। छठे अटैम्प्ट में भारत के डीपी मनु ने सबसे ज्यादा 84.14 मीटर स्कोर किया। इस राउंड में वादलेच और किशोर जेना का थ्रो फाउल रहा। अरशद नदीम 81.86 मीटर ही थ्रो कर सके।
क्वालिफाइंग राउंड में बेस्ट थ्रो
नीरज ने क्वालिफाइंग राउंड के अपने पहले प्रयास में ही 88.77 मीटर थ्रो किया, जो उनका सीजन का बेस्ट स्कोर रहा। इसके साथ ही उन्होंने पेरिस ओलिंपिक का टिकट भी हासिल कर लिया।
नीरज ने इसी साल मई में दोहा डायमंड लीग में अपने सीजन का बेस्ट 88.67 मीटर हासिल किया था।
ओलिंपिक, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के अलावा 25 साल के नीरज चोपड़ा डायमंड लीग चैंपियन भी हैं।
पिछले साल दिलाया था सिल्वर
नीरज चोपड़ा इस चैंपियनशिप के पिछले सीजन में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल दिलाया था। नीरज चोपड़ा ने ओरेगॉन में आयोजित प्रतियोगिता में 88.39 मीटर भाला फेंका था। उन्होंने मेडल के लिए भारत के 19 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया था।
ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने थे नीरज
नीरज एक साथ ओलिंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप, दोनों जीत चुके हैं। यह बेहद असाधारण उपलब्धि है।उन्होंने 2021 में टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड जीता था। भारत ओलिंपिक में 1900 से शिरकत कर रहा है, लेकिन ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में नीरज से पहले किसी भारतीय ने गोल्ड छोड़िए किसी भी कलर का मेडल नहीं जीता था। नीरज से पहले मिल्खा सिंह और पीटी उषा का अलग-अलग ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहना भारत का यही बेस्ट परफॉर्मेंस था।
उपलब्धि
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप | 2023 | स्वर्ण |
ओलंपिक | 2022 | स्वर्ण |
डायमंडल लीग | 2022 | स्वर्ण |
एशियाई खेल | 2018 | स्वर्ण |
राष्ट्रमंडल खेल | 2018 | स्वर्ण |