डॉ. सीमा द्विवेदी
नई दिल्ली। खानपान की खराब आदतें और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण हार्ट की बीमारियां हो जाती हैं। बीते कुछ सालों से हार्ट डिजीज काफी बढ़ रही हैं। कम उम्र में ही लोग इनका शिकार हो रहे हैं। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले सबसे ज्यादा आते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हार्ट की एक ऐसी बीमारी भी है जिसका खतरा कैंसर मरीजों को ज्यादा रहता है। इस बीमारी को रेडिएशन हार्ट डिजीज कहते हैं।
यह बीमारी तब होती है जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहता है। कैंसर मरीजों को इस बीमारी का रिस्क ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कैंसर मरीज रेडिएशन थेरेपी लेते हैं। रेडिएशन के कारण हार्ट की मांसपेशियां और नसों को नुकसान होने लगता है। इससे रेडिएशन हार्ट डिजीज होने का रिस्क होता है।
इस बीमारी के कारण हार्ट के फंक्शन पर असर पड़ता है जिससे हार्ट अटैक या हार्ट फेल का रिस्क भी हो सकता है।
मैक्स हॉस्पिटल में ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ रोहित कपूर बताते हैं कि रेडिएशन हार्ट डिजीज का रिस्क हालांकि कैंसर मरीजों को रहता है, हालांकि कैंसर के हर मरीज में यह समस्या नहीं होती है। जो मरीज ज्यादा रेडिएशन लेता है उसमें रिस्क हो सकता है। जिन मरीजों को पहले से ही हार्ट की कोई बीमारी है, उनको खतरा अधिक होता है।
डॉक्टर से जरूर लें सलाह
रेडिएशन थेरेपी ले रहे मरीज में ये लक्षण दिख रहे हैं तो वह रेडिएशन हार्ट डिजीज का शिकार हो सकता हैं, हालांकि ये लक्षण हार्ट की सामान्य बीमारी या हार्ट अटैक के भी हो सकते हैं। ऐसे मरीज को डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। कैंसर के इलाज के दौरान कार्डियोलॉजिस्ट के संपर्क में भी रहें।
रेडिएशन से उत्पन्न लक्षण
– छाती में दर्द बने रहना
-सांस लेने में परेशानी
-दिल की धड़कन का तेज और धीमा होना
-हमेशा थकान बने रहना
-पैरों में सूजन
बचाव कैसे करें
-•एंटीऑक्सीडेंट से युक्त फूड्स का सेवन करें।
-अपनी डाइट में टमाटर, अखरोट, एवोकैडो जैसे एंटीऑक्सीडेंट से युक्त फूड्स शामिल कर सकते हैं।