गुलशन वर्मा
गांधीनगर। सेमीकॉन इंडिया समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक जीवंत सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा, हाल ही में राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को मंजूरी दी गई। इसके अलावा, नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बिल भी संसद में पेश किया जाने वाला है। सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम बनाने के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम को नया रूप दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारत में 300 से अधिक ऐसे प्रमुख कॉलेजों की पहचान की गई है जहां सेमीकंडक्टर पर पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे। चिप्स टू स्टार्टअप प्रोग्राम से इंजीनियरों को मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “अनुमान है कि अगले 5 वर्षों में हमारे देश में एक लाख से अधिक डिजाइन इंजीनियर तैयार होने वाले हैं। भारत का बढ़ता स्टार्ट-अप इकोसिस्टम सेमीकंडक्टर सेक्टर को भी मजबूत करने जा रहा है।” उन्होंने विस्तार से बताया कि अब प्रौद्योगिकी फर्मों को भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी जाएगी।
अपने सपनों को हमारे सामर्थ्य के साथ जोड़ने वालों को भारत निराश नहीं करता।
लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और लाभांश, भारत में व्यापार कोतीन गुना कर देंगे।
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र से अधिक भरोसेमंद भागीदार कौन हो सकता है।
भारत सेमीकंडक्टर निवेश के लिए एक उत्कृष्ट स्थल बन रहा है।
कंडक्टर और इंसुलेटर की उपमा
एक कंडक्टर और इंसुलेटर की उपमा देते हुए उन्होंने कहा, ऊर्जा कंडक्टर के माध्यम से गुजर सकती है, न कि इंसुलेटर के माध्यम से।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए एक अच्छा ऊर्जा कंडक्टर बनने के लिए हर चेकबॉक्स पर टिक कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में हो रहे नीतिगत सुधारों का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के निर्माण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’
भारत की जी20 थीम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ पर विचार करते हुए, प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र बनाने के पीछे भी यही भावना काम करती है।
2014 से 2023 तक
2014 में भारत का इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण 30 अरब डॉलर से भी कम था, जो आज 100 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। पिछले 2 वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल उपकरणों का निर्यात दोगुना हो गया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 से पहले भारत में केवल दो मोबाइल विनिर्माण इकाइयां थीं, जबकि आज यह संख्या 200 से अधिक हो गई है। आज देश में ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ताओं की संख्या 6 करोड़ से बढ़कर 80 करोड़ हो गई है, जबकि इंटरनेट कनेक्शन की संख्या 25 करोड़ से बढ़कर 85 करोड़ से अधिक हो गई है।
उद्योग 4.0 क्रांति
पीएम मोदी ने कहा, दुनिया आज उद्योग 4.0 क्रांति देख रही है। दुनिया में किसी भी औद्योगिक क्रांति का आधार उस विशेष क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाएं हैं। प्रधानमंत्री ने उद्योग 4.0 क्रांति और भारतीय आकांक्षाओं के बीच एक सादृश्य बनाते हुए कहा कि अतीत में औद्योगिक क्रांतियों और अमेरिकी सपने का एक ही संबंध था। उन्होंने कहा कि भारत के विकास के पीछे भारतीय आकांक्षाएं ही प्रेरक शक्ति हैं।
संकल्प
सम्मेलन का विषय ‘भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को उत्प्रेरित करना’ है। इसका उद्देश्य उद्योग, शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों की वैश्विक हस्तियों को एक साथ लाना है। यह भारत की सेमीकंडक्टर रणनीति और नीति को प्रदर्शित करता है जो भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की कल्पना करता है।
एक साल में चार-पांच सेमीकंडक्टर संयंत्र शुरू होने की उम्मीद : वैष्णव
गांधीनगर। सेमीकॉन इंडिया सम्मेलन में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में सेमीकंडक्टर की जरूरत है। इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग बढ़ रही है। इसलिए भारत चिप डिजाइन से लेकर विनिर्माण तक सभी प्रमुख तत्वों पर जोर दे रहा है। एक साल में चार-पांच चिप संयंत्र स्थापित किए जाने की उम्मीद है।
कुशल चिप इंजीनियर व शोधकर्ताओं को मिलेंगे कई अवसर : चंद्रशेखर
सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस अवसर पर कहा, भारत-एएएमडी साझेदारी से विश्वस्तरीय चिप डिजाइन और नवोन्मेष परिवेश के निर्माण में मदद मिलेगी। कुशल चिप इंजीनियरों और शोधकर्ताओं को कई अवसर मिलेंगे। यह भारत को वैश्विक प्रतिभा केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।