ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। देश में ही अत्याधुनिक हथियारों के निर्माण की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है। डीआरडीओ द्वारा विकसित किए गए टॉरपीडो का परीक्षण सफल रहा है। इस हैवीवेट टॉरपीडो ने सफलतापूर्वक पानी के भीतर अपने लक्ष्य पर निशाना साधा। भारतीय नौसेना ने बयान जारी कर कहा है कि ‘भारतीय नौसेना और डीआरडीओ के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। टॉरपीडो ने सटीकता से पानी के अंदर अपने लक्ष्य को भेदा।’ यह आत्मनिर्भरता के तहत भविष्य के लिए हमारी युद्धक तैयारियों के प्रति समर्पण को दिखाता है। बीते हफ्ते ही भारत को एक और उपलब्धि हासिल हुई थी जब एमएच60 रोमियो हेलीकॉप्टर ने स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी।
नौसेना ने कहा कि नेवल वारशिप का हेलीकॉप्टर के साथ इंटीग्रेशन एंटी सबमरीन लड़ाई और फ्लीट को सहयोग करने की दिशा में बड़ा कदम है। इससे पानी में भारत की युद्धक क्षमताओं में इजाफा होगा और साथ ही मेरीटाइम गतिविधियों को मॉनिटर भी किया जा सकेगा।
भविष्य के युद्धों में नौसेना की ताकत अहम साबित होगी, ऐसे में सबमरीन की भूमिका भी बढ़ेगी। सबमरीन के लिए टॉरपीडो अहम साबित होंगे। यह हथियार पानी के भीतर कुछ ही सेकेंड में दुश्मन की सबमरीन को निशाना बनाने की ताकत रखता है। ऐसे में भारत द्वारा विकसित टॉरपीडो का सफल परीक्षण भारत की युद्धक तैयारियों के लिहाज से बेहद अहम है।