ब्लिट्ज ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पहली फ्लाइट के समय पर संशय के बादल छा गए हैं। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (वाईआईएएल) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट अगले वर्ष अप्रैल में संभव हाे पाएगी क्योंकि जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में अभी कुछ कसर बाकी है। इस विज्ञप्ति पर यमुना अथॉरिटी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (वाईआईएएल) द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति पर यमुना अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
समस्याओं की जानकारी क्यों नहीं दी गई
डॉ. सिंह ने साफतौर पर कहा, वाईआईएएल ने हमसे बिना परामर्श किए यह बयान जारी किया है। हमने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है कि बिना हमसे चर्चा किए निर्माण की समय सीमा बढ़ाने की घोषणा कैसे की गई? साथ ही समस्याओं की जानकारी क्यों नहीं दी गई?
सीईओ ने कहा- नहीं मिल रहा स्टील
परियोजना में आ रही बाधाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि प्रमुख समस्या सामग्री की आपूर्ति में विलंब है। विशेष रूप से स्टील फैब्रिकेशन में कठिनाइयां आ रही हैं। टाटा प्रोजेक्ट्स को नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन मानकों के अनुरूप कुछ विशिष्ट स्टील सामग्री विदेशों से मंगवानी पड़ रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एयरपोर्ट साइट पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि, वाईआईएएल के बोर्ड सदस्य, यमुना अथॉरिटी के अधिकारी और टाटा प्रोजेक्ट्स के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में हर मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की गई।
दिसंबर के पहले उड़ानें शुरू करने का प्रयास
डॉ. सिंह ने दृढ़तापूर्वक कहा, इस परियोजना में हमारे पास तीन महीने का अतिरिक्त समय भी है। हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि दिसंबर के पहले उड़ानें शुरू हो जाएं। राज्य सरकार इसके लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि परियोजना का अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। रनवे, सड़कें, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर और अन्य महत्वपूर्ण संरचनाएं तैयार हैं। अब केवल कुछ उपकरणों की स्थापना और अंतिम तैयारियां शेष हैं।
आपको बता दें कि सरकार और कंपनी के एग्रीमेंट में लिखा है कि सितंबर 2024 में जेवर एयरपोर्ट से यात्रियों के लिए उड़ान शुरू होंगी। कंपनी ने अप्रैल 2025 में उड़ान शुरू करने की जानकारी मीडिया में साझा की थी।
महत्वाकांक्षी परियोजना
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसे समय पर पूरा करने के लिए सभी संबंधित पक्ष कटिबद्ध हैं। यद्यपि चुनौतियां विद्यमान हैं, परंतु अधिकारियों का मानना है कि समन्वित प्रयासों से इन्हें सुलझाया जा सकता है और परियोजना निर्धारित समय-सीमा के भीतर संपन्न हो सकती है।