बिश्केक। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किर्गिस्तान के बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सरकार प्रमुखों की बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने एससीओ में शामिल देशों को और करीब आने का संदेश देते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया आर्थिक मंदी, टूटी हुई सप्लाई चेन, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा की समस्या से जूझ रही है। ऐसे समय में एससीओ के सहयोगी देशों को साथ आना होगा। इस लिहाज से मध्य एशियाई देशों की अहमियत आज और बढ़ जाती है।
– किर्गिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक
जयशंकर ने कहा कि भारत एससीओ के साथी देशों के साझा तौर पर फायदेमंद और आर्थिक तौर पर व्यावहारिक पहलुओं पर कार्य करना चाहता है। हम क्षेत्र में ही व्यापार को बेहतर करना चाहते हैं, जिसके लिए हमें अच्छी कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। भारत ने इन पहलुओं को अपनी विकास यात्रा में अहमियत दी है। साथ ही कनेक्टिविटी बढ़ाने के दौरान दूसरों की क्षेत्रीय अखंडता और स्वायत्तता का भी सम्मान किया गया है।