सिंधु झा
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों में इजरायल की खतरनाक स्पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल लगाई जाएगी। इन मिसाइलों से लैस हेलिकॉप्टरों को चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात किया जाएगा ताकि ऊंचाई वाले इलाके में दुश्मन के बख्तरबंद वाहनों और टैंकों को ध्वस्त किया जा सके।
अब तक इस मिसाइल को सेना कंधे पर रख कर दागती थी। इसका वायुसैनिक वर्जन तैयार है जिसे अब शीघ्र ही हेलिकॉप्टर पर तैनात किया जायेगा। इस मिसाइल का निशाना अचूक माना जाता है। यह दुश्मन के ठिकाने को ध्वस्त कर देती है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार स्पाइस मिसाइल पीछा करके मारती है। यानी टारगेट की तरफ दागो और भूल जाओ।
यह मिसाइल छोटी लेकिन काफी घातक मानी जाती है। इसे कंधे से, ट्राईपॉड से या बाईपॉड से दागा जा सकता है। इस मिसाइल को टैंक पर तैनात किया जा सकता है, हेलिकॉप्टर में लगाया जा सकता है। चीन के साथ सीमा विवाद के समय भारत ने इजरायल से इमरजेंसी यूज के लिए इन मिसाइलों की छोटी मात्रा मंगाई थी। इसकी तकनीक इतनी अच्छी है कि टारगेट न भाग सकता है न छिप सकता है।
यह उसे नष्ट करने तक पीछा करती रहती है। इजरायल इसका उपयोग 1981 से कर रहा है। इसका उपयोग दुनिया के 35 देश कर रहे हैं। यह 1982 से लेकर अब तक 6 से 7 बड़े युद्धों में उपयोग की जा चुकी है। 2019 की शुरुआत में चीन और पाकिस्तान के साथ होने वाले संघर्षों को लेकर भारत सरकार ने आपातकालीन स्थिति में 240 स्पाइक एमआर मिसाइल और 12 लॉन्चर्स मंगाए थे।
उसी साल के अंत में इन्हें सेना में शामिल कर दिया गया। सेना स्पाइक का उपयोग दुश्मनों के टैंक ही नहीं, बल्कि कम ऊंचाई पर उड़ रहे हेलिकॉप्टर और विमानों को भी ध्वस्त करने के लिए कर सकती है। मिसाइल के कुल मिलाकर 9 वैरिएंट्स हैं। अगर इन्हें हेलिकॉप्टर में तैनात करते हैं तो कैनिस्टर में रखी मिसाइल का वजन होता है 34 किलो और लॉन्चर का 55 किलो और लॉन्चर के साथ चार मिसाइलों का वजन होता है 187 किलो।
आमतौर पर स्पाइक मिसाइल की लंबाई 3 फीट 11 इंच होती है लेकिन वैरिएंट्स के अनुसार इसका साइज थोड़ा-बहुत कम ज्यादा हो सकती है। अलग-अलग वैरिएंट की रेंज है। इसकी रेंज 50 मीटर से लेकर 10 हजार मीटर तक है। हेलिकॉप्टर में 600 से 25 हजार मीटर रेंज वाली मिसाइल लगेगी जिसमें टैंडेम चार्ज हिट वॉरहेड लगाया जाता है जिसके पीछे एक सॉलिड प्रॉपेलेंट रॉकेट उसे टारगेट तक पहुंचाता है। इसमें इंफ्रारेड होमिंग- इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सीकर लगा होता है, जो दुश्मन को किसी भी मौसम और अंधेरे में भी खोज सकता है। यानी यह टारगेट से निकल रही गर्मी को पकड़कर उसका पीछा करता है।