ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन के साथ ही दीमक का खतरा तेजी से बढ़ा है। दुनिया के अधिकांश शहर छोटे लेकिन विनाशकारी और आक्रामक कीट दीमक की चपेट में आ रहे हैं। बढ़ता तापमान ठंडे क्षेत्रों को भी दीमकों के अनुकूल बना रहा है। दीमकों की वजह से दुनिया को हर साल 3,33,715 करोड़ रुपए (4,000 करोड़ डॉलर) से ज्यादा का नुकसान हो रहा है।
जर्नल ‘नियोवायोटा’ में प्रकाशित शोध
यह जानकारी जर्नल नियोवायोटा में प्रकाशित शोध अध्ययन में मिली है। वैश्विक स्तर पर जिस तरह जलवायु में बदलाव आ रहे हैं और दुनिया गर्म हो रही है उसके कारण यह आक्रामक जीव उन शहरों में भी तेजी से फैल रहे हैं जहां पहले इनका नामोनिशान नहीं था। इन शहरों में साओ पाउलो, लागोस, मियामी, जकार्ता और डार्विन जैसे गर्म स्थानों के साथ साथ लंदन, पेरिस, ब्रुसेल्स न्यूयॉर्क और टोक्यो जैसे ठंडे समशीतोष्ण शहर भी शामिल हैं। उष्णकटिबंधीय जलवायु में पनपने वाली ये दीमक अपने प्राकृतिक आवास से दूर शहरों में बढ़ती कनेक्टिविटी और जलवायु में आ रहे बदलावों के कारण आसानी से पहुंच रही हैं।
शहरीकरण से बढ़ रहीं दीमक
बढ़ता शहरीकरण भविष्य में आक्रामक दीमकों के व्यापक प्रसार में और मददगार होगा। जहाजों द्वारा दूर दराज के क्षेत्रों में भेजे जाने वाले लकड़ी के फर्नीचर सहित अन्य सामान और इनकी वैश्विक आवाजाही की वजह से दीमक घरों और प्रतिष्ठानों में फैल जाती हैं।
इसलिए बनाती हैं लकड़ियों को निशाना
दीमकों द्वारा लकड़ियों को ही निशाना बनाने की मुख्य वजह सेल्यूलोज होता है, जो दीमकों का मुख्य आहार है। सेल्यूलोज पेड़, पौधे, लकड़ी, घास आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। दीमकों के मुंह की बनावट ऐसी होती है कि उनके लिए लकड़ी और इस तरह की चीजों को खाना आसान होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि लकड़ी के एक छोटे से टुकड़े में बसी एक अकेली दीमक कॉलोनी, वेस्ट इंडीज से आपके – अपार्टमेंट तक गुप्त रूप से यात्रा कर सकती है।
दीमकों के राजा व रानियां
यात्रा के बाद एक बार जब दीमकों के राजा, रानियां प्रकाश की ओर आकर्षित होते हैं तो वे अपनी आबादी बढ़ाना शुरू कर देते हैं। एक छोटा सा कीड़ा जो धीरे-धीरे घरों में सेंध लगाता है, लेकिन यदि एक बार इसने डेरा जमा लिया तो इसे वहां से हटाना आसान नहीं होता।
3 से 5 साल में बन जाती है दीमक कॉलोनी
एक दीमक कॉलोनी 3 से 5 साल में परिपक्व होती है और झुंड (पंख वाले वयस्क) पैदा करना शुरू करती है। उत्तरी कैरोलिना में भूमिगत दीमकों की कम से कम तीन मूल प्रजातियां हैं जो सर्दियों के अंत में झुंड बनाना शुरू करती हैं। झुंड आमतौर पर दिन के दौरान हमलावर होते हैं, खासकर बारिश के बाद गर्म दिनों में। जब झुंड घर के अंदर होता है, तो इसका मतलब होता है कि घर के भीतर कहीं न कहीं संक्रमण है। चींटियों की कई प्रजातियां भी दीमक के रूप में वर्ष के एक ही समय में झुंड में आती हैं।