ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। स्वदेश निर्मित हथियारों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय नौसेना चार तापस ड्रोन का ऑर्डर देने के लिए तैयार है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित इस ड्रोन का उपयोग समुद्री निगरानी अभियानों के लिए किया जाएगा।
नौसेना की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भारतीय नौसेना चार तापस ड्रोन का ऑर्डर देने जा रही है। ड्रोन का निर्माण भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) मिलकर करेंगे। बयान में आगे कहा गया कि अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 24 महीनों के भीतर पहला ड्रोन डिलीवर हो जाएगा।
28 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम
तापस ड्रोन का परीक्षण गत दिनों रक्षा बलों ने किया था। परीक्षणों के दौरान यह 28,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने में कामयाब रहा था। यह एक बार में 18 घंटे से अधिक समय तक उड़ सकता है। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने के बाद कुछ घंटों के लिए इसे अरब सागर के ऊपर भारतीय नौसेना के अधिकारियों द्वारा संचालित किया गया था। इसका इस्तेमाल द्वीप क्षेत्रों और मुख्य भूमि के कुछ छोटे हवाई क्षेत्रों से किया जा सकता है।