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नई दिल्ली। बढ़ती उम्र का शरीर पर सबसे अधिक असर त्वचा, सेहत और क्षमता पर पड़ता है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक 30 की उम्र के बाद शरीर और मस्तिष्क दोनों में बदलाव होने लगते हैं। इसके बाद जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है शरीर तुलनात्मक रूप से कमजोर होने लगता है। कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। इनमें हडि्डयों में कमजोरी, टेस्टोस्टेरोन के स्तर और मेटाबॉलिज्म की कमी प्रमुख है। हृदय की कमजोरी और मोटापा भी बढ़ता है। दिल की मांसपेशियां सख्त होने लगती हैं।
50 और 60 की उम्र में शरीर और मस्तिष्क पर बढ़ती उम्र का असर साफ दिखाई देने लगता है।
उम्र बढ़ने पर मेटाबॉलिज्म : कैलोरी बर्न करने की क्षमता 10 से 30 फीसदी तक घट जाती है आराम की अवस्था में बर्न होने वाली कैलोरी को रेस्टिंग मेटाबॉलिक रेट कहते हैं। काम करने से बर्न होने वाली कैलोरी को नॉन एक्सरसाइज एक्टिविटी थर्मोजेनेसिस कहा जाता है। इसके अलावा थर्मिक इफेक्ट ऑफ फूड एवं एक्सरसाइज को मिलाकर मेटाबॉलिज्म बनता है। उम्र के साथ इनसे बर्न होने वाली कैलोरी 30 प्रतिशत तक कम होने लगती है।
क्या करें : मांसपेशियों के सेल्स ऊर्जा के लिए कैलोरी बर्न करते हैं। ऐसे में डिनर के बाद 15 मिनट की वॉक फायदेमंद होती है।
40 की उम्र के बाद मस्तिष्क : ब्लड फ्लो घटता है, न्यूरॉन्स के बीच कनेक्शन में कमी आती है। 40 के बाद मस्तिष्क का वजन हर 10 साल में लगभग 5 प्रतिशत तक घटने लगता है। 60 की उम्र तक मस्तिष्क के सिकुड़ने की प्रक्रिया अधिक तेज हो जाती है। न्यूरॉन्स के बीच कनेक्शन में कमी आने लगती है। नए नाम याद करने, शब्द रिकॉल करने में दिक्क त आती है।
क्या करें : हॉबी जरूर अपनाएं। मेलजोल अच्छा रखें। ये हमारी याददाश्त और मूड को बेहतर करते हैं। दिमागी एक्सरसाइज के लिए पहेलियां हल करना, बोर्ड गेम, इंस्ट्रूमेंट बजाना आदि सीखें।