ब्लिट्ज ब्यूरो
पुणे। भारत को जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दों पर काम करने के लिए सभी को साथ लाने और सहमति बनाने की जरूरत है। यह बात पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट में कही। उन्होंने कहा, भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन का आदर्श वाक्य, वसुधैव कुटुम्बकम ् (एक विश्व, एक परिवार) है। यह भारत की विदेश नीति को पूरी दुनिया तक पहुंचाने का अवसर है।
उन्होंने कहा, आपके पास एक तरफ जी-7, अमेरिका, यूरोप, जापान और ऑस्ट्रेलिया हैं। दूसरी ओर रूस और चीन हैं। भारत को जी20 अध्यक्षता में रूस, चीन जी7 को साथ लाकर उन मुद्दों पर सहमति बनाने की जरूरत है, जो दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, भारत देशों के बीच मतभेदों की बात को समझता है, लेकिन दुनिया को सतत विकास, वैश्विक ऋण, जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याओं का समाधान देने की आवश्यकता है।